Edited By Tanuja,Updated: 12 Dec, 2024 12:59 PM
अमेरिका ने हाई अलर्ट जारी करते हुए कहा है कि रूस और यूक्रेन के बीच चल रहा युद्ध और भी खतरनाक मोड़ पर पहुंच सकता है। अमेरिकी अधिकारियों ने चेतावनी दी है ...
International Desk: अमेरिका ने हाई अलर्ट जारी करते हुए कहा है कि रूस और यूक्रेन के बीच चल रहा युद्ध और भी खतरनाक मोड़ पर पहुंच सकता है। अमेरिकी अधिकारियों ने चेतावनी दी है कि रूस ने अपने नए और अत्याधुनिक मिसाइल 'ओरेश्निक' का उपयोग करने की योजना बनाई है। रूस जल्द ही इस मिसाइल का उपयोग कर सकता है। हालांकि, विशेषज्ञों का मानना है कि यह हमला युद्ध के परिणाम बदलने से अधिक डराने की रणनीति हो सकती है।
क्या है 'ओरेश्निक' मिसाइल की खासियत?
अमेरिकी रक्षा विभाग पेंटागन के अनुसार, ओरेश्निक मिसाइल एक मध्यम दूरी की मिसाइल है। यह 500 किलोमीटर से 5,500 किलोमीटर तक की दूरी पर हमला करने की क्षमता रखती है। इस प्रकार की मिसाइलें पहले प्रतिबंधित थीं, लेकिन 2019 में अमेरिका और रूस के बीच हुई संधि खत्म होने के बाद इन पर लगी पाबंदी हट गई। रूस ने इस मिसाइल का पहली बार 21 नवंबर 2024 को यूक्रेन के डिनिप्रो शहर पर इस्तेमाल किया। उस हमले में देखा गया कि मिसाइल ने तेजी से जमीन से टकराते हुए जबरदस्त धमाका किया और आग का एक बड़ा गोला बन गया। हालांकि, अमेरिकी अधिकारियों का कहना है कि रूस के पास इस मिसाइल की संख्या सीमित है।
रूसियों को यात्रा न करने की सलाह
रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने कहा है कि रूस उन देशों के सैन्य ठिकानों पर हमला करने का अधिकार रखता है, जो रूस के खिलाफ हमले की अनुमति देते हैं। पुतिन का यह बयान सीधे तौर पर पश्चिमी देशों और नाटो को चेतावनी देने के उद्देश्य से आया है। रूस ने अपने नागरिकों को अमेरिका, कनाडा, और यूरोपीय देशों की यात्रा से बचने की सलाह दी है। रूसी विदेश मंत्रालय की प्रवक्ता मारिया ज़खारोवा ने कहा कि इन देशों में रूसी नागरिकों को निशाना बनाया जा सकता है। ज़खारोवा ने यह भी कहा कि रूस और अमेरिका के संबंध अब इतने खराब हो चुके हैं कि वे पूरी तरह से टूटने की कगार पर हैं।
क्यूबा मिसाइल संकट से भी ज्यादा गंभीर हालात
विशेषज्ञों का मानना है कि रूस और अमेरिका के बीच मौजूदा तनाव **1962 के क्यूबा मिसाइल संकट** से भी अधिक गंभीर हो चुका है। उस समय दोनों देश परमाणु युद्ध के करीब पहुंच गए थे। अब, रूस और पश्चिम के बीच बढ़ते इस तनाव ने वैश्विक शांति को खतरे में डाल दिया है।
यूक्रेन युद्ध और पश्चिमी देशों का समर्थन
रूस और यूक्रेन के बीच चल रहे युद्ध में अमेरिका और पश्चिमी देशों ने यूक्रेन को हथियार और वित्तीय मदद दी है। यह रूस की नाराजगी का प्रमुख कारण है। दूसरी ओर, रूस ने यूक्रेन पर नए और खतरनाक हथियारों का उपयोग करना शुरू कर दिया है। रूस के नए मिसाइल हमले यूक्रेन की स्थिति को और खराब कर सकते हैं। इससे नागरिकों की जान-माल का बड़ा नुकसान हो सकता है। इसके अलावा, रूस और पश्चिमी देशों के बीच तनाव और गहरा सकता है, जिससे वैश्विक स्तर पर अस्थिरता का माहौल पैदा हो सकता है।
विश्लेषण: क्या चाहिए समाधान?
रूस और पश्चिम के बीच बढ़ती इस टकराव की स्थिति ने अंतरराष्ट्रीय समुदाय को चिंता में डाल दिया है। अगर जल्द ही इस विवाद का शांतिपूर्ण समाधान नहीं निकला, तो यह तनाव विश्व स्तर पर एक बड़े संघर्ष का रूप ले सकता है। ऐसे में, सभी देशों को मिलकर शांति बहाल करने के प्रयास तेज करने की आवश्यकता है। इस समय रूस और यूक्रेन के बीच चल रहे युद्ध की हर गतिविधि पूरी दुनिया पर प्रभाव डाल सकती है। वैश्विक स्थिरता और मानवता की रक्षा के लिए तुरंत कार्रवाई करना जरूरी है।