Edited By Tanuja,Updated: 31 Aug, 2024 11:50 AM
यूक्रेन-रूस युद्ध के बीच बढ़ते तनाव के मद्देनजर रूस के विदेश मंत्री सर्गेई लावरोव ने अमेरिका और उसके पश्चिमी सहयोगियों को स्पष्ट और गंभीर चेतावनी दी है....
International Desk: यूक्रेन-रूस युद्ध (Ukraine Russia War) के बीच बढ़ते तनाव के मद्देनजर रूस के विदेश मंत्री सर्गेई लावरोव ने अमेरिका और उसके पश्चिमी सहयोगियों को स्पष्ट और गंभीर चेतावनी दी है। लावरोव ने मॉस्को में पत्रकारों से बात करते हुए कहा कि अगर पश्चिमी देशों ने यूक्रेन को रूस के भीतर हमले करने के लिए लंबी दूरी की मिसाइलों का उपयोग करने की अनुमति दी, तो इसके गंभीर परिणाम हो सकते हैं। उन्होंने इसे "आग से खेलने" जैसा बताया और चेताया कि इससे दुनिया तीसरे विश्व युद्ध की ओर बढ़ सकती है।
रूसी विदेश मंत्री की यह चेतावनी उस संदर्भ में आई है, जब यूक्रेनी राष्ट्रपति वोलोडिमीर जेलेंस्की ने अमेरिका और ब्रिटेन से लंबी दूरी की मिसाइलों का उपयोग रूस की सीमा के भीतर करने की अनुमति मांगी थी। जेलेंस्की के इस अनुरोध को लेकर पश्चिमी देशों के भीतर बहस छिड़ी हुई है। हालांकि, अमेरिका ने अभी तक अपने रुख में कोई बदलाव नहीं किया है और स्पष्ट किया है कि यूक्रेन को दी गई लंबी दूरी की मिसाइलों का उपयोग केवल यूक्रेनी धरती पर ही किया जा सकता है, न कि रूस की भौगोलिक सीमा में।
लावरोव ने पश्चिमी देशों को चेतावनी दी कि यदि यूक्रेन के अनुरोध को स्वीकार किया गया, तो यह यूक्रेन-रूस युद्ध का रुख बदल सकता है। उन्होंने जोर देकर कहा कि इस तरह का कदम वैश्विक स्थिरता के लिए खतरा पैदा करेगा और इसका खामियाजा पूरी दुनिया को भुगतना पड़ सकता है। लावरोव ने कहा, "यह अमेरिका द्वारा ब्लैकमेलिंग है और पूरी दुनिया के सामने यह दिखावा करने की कोशिश है कि पश्चिमी देश स्थिति को और अधिक बिगड़ने से बचाना चाहते हैं, जबकि हकीकत में यह एक धोखा है।" उन्होंने पश्चिमी देशों पर आरोप लगाया कि वे यूक्रेन को उकसा कर स्थिति को और बिगाड़ने की कोशिश कर रहे हैं।
सर्गेई लावरोव ने यूक्रेन को परमाणु हथियार दिए जाने की संभावना पर भी गहरी चिंता व्यक्त की। उन्होंने कहा, "हम फिर से पुष्टि कर रहे हैं कि वे सभी आग से खेल रहे हैं, क्योंकि पश्चिमी देशों ने यूक्रेन को छोटे बच्चों की तरह माचिस (परमाणु हथियार) थमा दी है, जिससे आग लग सकती है।" लावरोव ने चेतावनी दी कि अगर तीसरा विश्व युद्ध छिड़ा, तो इसका सबसे बुरा असर यूरोप पर पड़ेगा। वहीं, पेंटागन के प्रेस सचिव मेजर जनरल पैट्रिक राइडर ने एक समाचार सम्मेलन के दौरान स्पष्ट किया कि यूक्रेन द्वारा अमेरिकी आपूर्ति की गई मिसाइलों के उपयोग पर वाशिंगटन की नीति में कोई बदलाव नहीं हुआ है।
उन्होंने कहा कि अमेरिका अभी भी इस बात पर अडिग है कि यूक्रेन को दिए गए हथियारों का उपयोग केवल यूक्रेनी धरती पर ही होना चाहिए, और यह नीति आगे भी जारी रहेगी। रूस की इस कड़ी चेतावनी से यह स्पष्ट हो गया है कि यूक्रेन-रूस युद्ध अब एक बड़े अंतरराष्ट्रीय संकट की ओर बढ़ रहा है। पश्चिमी देशों द्वारा यूक्रेन को दी गई सैन्य सहायता और रूस की आक्रामक प्रतिक्रियाएं इस संघर्ष को और भी जटिल बना रही हैं। तीसरे विश्व युद्ध की आशंका के बीच, सभी पक्षों को संयम और कूटनीति के माध्यम से इस स्थिति का समाधान तलाशने की जरूरत है, ताकि दुनिया को एक और विनाशकारी युद्ध से बचाया जा सके।