Edited By Tanuja,Updated: 28 Dec, 2024 07:15 PM
रूस में मुस्लिम पुरुषों के लिए चार शादियों की अनुमति देने वाला फतवा, विवाद और आलोचनाओं के बाद वापस ले लिया गया है। इस फैसले के बाद रूस के मुस्लिम समुदाय और स्थानीय समाज में तनाव बढ़ गया...
International news: रूस में मुस्लिम पुरुषों के लिए चार शादियों की अनुमति देने वाला फतवा, विवाद और आलोचनाओं के बाद वापस ले लिया गया है। इस फैसले के बाद रूस के मुस्लिम समुदाय और स्थानीय समाज में तनाव बढ़ गया था, क्योंकि यह निर्णय इस्लामिक कानून और रूस के धर्मनिरपेक्ष कानून के बीच टकराव को उजागर कर रहा था। यह मामला तब सामने आया जब रूस में इस्लामिक धर्मगुरुओं ने मुस्लिम पुरुषों के लिए एक साथ चार शादियों की अनुमति देने का फतवा जारी किया था। फतवा में कहा गया था कि इस्लामिक कानून के तहत, पुरुषों को चार शादियाँ करने का अधिकार है, बशर्ते कि वे सभी पत्नियों के साथ समान व्यवहार करें और उनके अधिकारों का सम्मान करें।
हालांकि, रूस में यह फतवा विवाद का कारण बन गया, क्योंकि यह देश के धर्मनिरपेक्ष संविधान के खिलाफ था, जो किसी भी धार्मिक समूह को एक से अधिक विवाह की अनुमति नहीं देता। रूस के अधिकारियों और मानवाधिकार संगठनों ने इस फैसले की कड़ी आलोचना की, यह आरोप लगाते हुए कि यह निर्णय महिलाओं के अधिकारों और समानता के खिलाफ है। समाज में बढ़ते विरोध के बाद, इस्लामिक मौलवियों ने फतवे को वापस ले लिया। मौलाना ने कहा, "यह निर्णय हमने केवल अल्लाह की इच्छा के अनुसार लिया था, लेकिन अब हम इसे वापस ले रहे हैं क्योंकि समाज में इस फैसले को लेकर गलतफहमियाँ और विरोध उत्पन्न हो रहे हैं।"
यह घटना रूस में धार्मिक और सांस्कृतिक मतभेदों को और गहरा कर गई है, जहाँ इस्लामिक समुदाय की बढ़ती संख्या और देश के धर्मनिरपेक्ष कानून के बीच सामंजस्य की जरूरत महसूस की जा रही है। रूस में इस्लामिक समुदाय के धार्मिक नेता इस बात पर जोर दे रहे हैं कि इस्लामिक शिक्षाओं को समझने और उनका पालन करने में कोई बुराई नहीं है, लेकिन वे अब यह चाहते हैं कि ऐसे मामलों में समाज और कानून के मानकों का भी सम्मान किया जाए।