Edited By Tania pathak,Updated: 12 Oct, 2024 02:29 PM
मोरक्को के सहारा रेगिस्तान में प्रकृति का एक दुर्लभ और अद्वितीय चमत्कार देखने को मिला है। एक ऐसा रेगिस्तान, जिसे दुनिया के सबसे शुष्क स्थानों में गिना जाता है, वहां अचानक भारी बारिश से बाढ़ आ गई
International Desk: मोरक्को के सहारा रेगिस्तान में प्रकृति का एक दुर्लभ और अद्वितीय चमत्कार देखने को मिला है। एक ऐसा रेगिस्तान, जिसे दुनिया के सबसे शुष्क स्थानों में गिना जाता है, वहां अचानक भारी बारिश से बाढ़ आ गई। ताड़ के पेड़ों और रेत के टीलों के बीच अब नीले पानी की झीलें दिखाई देने लगी हैं। इस तरह की बारिश की किसी ने उम्मीद नहीं की थी, और यह दृश्य स्थानीय निवासियों और वैज्ञानिकों के लिए हैरान करने वाला है।रेगिस्तान में 50 साल की सबसे बड़ी बारिश मोरक्को के मौसम विज्ञान महानिदेशालय के अनुसार, दक्षिण-पूर्वी मोरक्को के कुछ हिस्सों में दो दिनों के भीतर ही सालाना औसत से अधिक बारिश हुई है। ज़गोरा और टाटा जैसे क्षेत्रों में रिकॉर्ड तोड़ बारिश दर्ज की गई।
यह वह क्षेत्र है जहां हर साल औसतन 250 मिमी से कम बारिश होती है। टैगौनाइट नामक गांव में 24 घंटे के भीतर 100 मिमी से अधिक बारिश रिकॉर्ड की गई, जो एक अभूतपूर्व घटना है। पर्यटकों और स्थानीय निवासियों के लिए अचरज का कारण स्थानीय निवासियों और सहारा रेगिस्तान के पर्यटक इस बारिश से चकित हैं। वे मोटरगाड़ियों में आकर रेगिस्तान में बनी झीलों और पानी से भरे टीलों को देख रहे हैं। उनके लिए यह एक अविश्वसनीय नजारा है, जिसे देखकर उन्हें अपनी आंखों पर यकीन नहीं हो रहा। भविष्य में मौसम की दिशा बदलने की संभावना मौसम विज्ञानी इस बारिश को 'अतिरिक्त उष्णकटिबंधीय तूफान' का परिणाम मान रहे हैं। यह घटना भविष्य में सहारा के मौसम पर बड़ा प्रभाव डाल सकती है।
वैज्ञानिकों का कहना है कि इस तरह की भारी बारिश से हवा में अधिक नमी बरकरार रहेगी, जिससे वाष्पीकरण बढ़ेगा और भविष्य में और अधिक तूफान आ सकते हैं।सूखे से प्रभावित इलाकों को राहत की उम्मीद मोरक्को के कई हिस्से पिछले छह वर्षों से सूखे की चपेट में हैं, जिससे किसानों को भारी नुकसान हुआ और पानी की कमी के कारण लोगों को परेशानियों का सामना करना पड़ा। हालांकि, इस भारी बारिश से उम्मीद की जा रही है कि रेगिस्तान के नीचे स्थित भूजल भंडार फिर से भर जाएंगे, जिससे सूखे से राहत मिल सकती है। सितंबर में जलाशयों के रिकॉर्ड स्तर पर भरने की सूचना भी मिली है।
50 साल सूखी पड़ी झील में फिर आई बाढ़ नासा के उपग्रहों ने दिखाया है कि ज़गोरा और टाटा के बीच स्थित प्रसिद्ध इरिकि झील में तेजी से पानी भर रहा है। यह झील पिछले 50 सालों से सूखी पड़ी थी, लेकिन अब इसमें बाढ़ आ गई है। हालांकि, इस भारी बारिश से 20 से अधिक लोगों की मौत हो गई और कई किसानों की फसलें भी बर्बाद हो गईं। सरकार ने आपातकालीन राहत राशि भी आवंटित की है। बढ़ रही हैं।