Edited By Tanuja,Updated: 14 Jan, 2025 06:44 PM
सऊदी अरब के वीजा नियमों में बड़ा बदलाव किया है जिससे भारतीय कामगारों की मुश्किलें बढ़ेंगी । सऊदी अरब ने 14 जनवरी से लागू होने वाले नए वीजा नियमों के तहत विदेशी कामगारों के लिए...
Riyadh: सऊदी अरब के वीजा नियमों में बड़ा बदलाव किया है जिससे भारतीय कामगारों की मुश्किलें बढ़ेंगी । सऊदी अरब ने 14 जनवरी से लागू होने वाले नए वीजा नियमों के तहत विदेशी कामगारों के लिए शैक्षणिक और पेशेवर योग्यताओं का सत्यापन अनिवार्य कर दिया है। यह कदम सऊदी अरब के "विजन 2030" परियोजना का हिस्सा है, जिसके तहत क्राउन प्रिंस मोहम्मद बिन सलमान देश में नागरिकों को अधिक रोजगार अवसर देने की दिशा में काम कर रहे हैं। इन नए नियमों के लागू होने से भारतीय कामगारों पर सीधा असर पड़ेगा, क्योंकि अब उन्हें अपनी शैक्षिक योग्यता और पेशेवर प्रमाणपत्रों का सत्यापन कराना होगा।
सऊदी अरब के अधिकारियों के अनुसार, इस पहल का उद्देश्य भर्ती प्रक्रिया को सुव्यवस्थित करना और कार्यबल की गुणवत्ता में सुधार लाना है। इसके साथ ही, कंपनी मालिकों और एचआर विभागों को भी प्रवासी कर्मचारियों के दस्तावेजों को सत्यापित करने के लिए कहा गया है। सऊदी अरब में भारतीयों का दूसरा सबसे बड़ा प्रवासी समुदाय है, बांग्लादेश के बाद। पिछले साल के आंकड़ों के अनुसार, वहां 24 लाख से ज्यादा भारतीय प्रवासी काम कर रहे हैं, जिनमें से 16.4 लाख निजी क्षेत्र और 7.85 लाख घरेलू कामों में लगे हुए हैं।
हालांकि, इस नए नियम के लागू होने से कुछ समस्याएं उत्पन्न हो सकती हैं। राज्यसभा सांसद हारिस बीरन ने चिंता व्यक्त करते हुए कहा कि देश में पर्याप्त सत्यापन केंद्र नहीं हैं। खासकर दक्षिण भारत से आवेदकों को लंबी दूरी तय करनी पड़ सकती है, क्योंकि कार चालकों के लिए केवल राजस्थान के अजमेर और सीकर में परीक्षण केंद्र उपलब्ध हैं। यह बदलाव सऊदी अरब में काम करने वाले भारतीयों के लिए एक चुनौती हो सकता है, लेकिन अधिकारियों का कहना है कि इससे कामकाजी प्रक्रिया में पारदर्शिता और दक्षता आएगी।