Edited By Tanuja,Updated: 25 Jul, 2024 07:33 PM
अत्यधिक तापमान से विमानों में अब नया खतरा मंडराने लगा है। अमेरिका में अत्यधिक तापमान के कारण Southwest Airlines की उड़ानों में...
Washington: अत्यधिक तापमान से विमानों में अब नया खतरा मंडराने लगा है। अमेरिका में अत्यधिक तापमान के कारण Southwest Airlines की उड़ानों में सोडा के डिब्बे फटने से यात्रियों दहशत पाई जा रही है। अमेरिका के दक्षिण-पश्चिमी हिस्सों में अत्यधिक गर्मी की लहरें चल रही हैं, जिससे उड़ानों के दौरान सोडा के डिब्बों के फटने की घटनाएं बढ़ रही हैं। सोडा के डिब्बे गर्मी के कारण फटने लगे हैं, जिससे यात्रियों और क्रू मेंबर्स के लिए सुरक्षा की समस्या पैदा हो रही है।
Southwest Airlines और अन्य एयरलाइंस इस समस्या का समाधान करने के लिए अपने प्रोटोकॉल की समीक्षा कर रही हैं, जिसमें कार्बोनेटेड पेय पदार्थों के हैंडलिंग के तरीकों पर विचार किया जा रहा है। इस समस्या के पीछे मुख्य कारण ऊंचे केबिन दबाव और अत्यधिक तापमान का मेल है। जब तापमान बहुत अधिक होता है, तो कार्बोनेटेड पेय पदार्थों में दबाव बढ़ जाता है, जिससे वे फट सकते हैं।
प्रोटोकॉल की हो रही समीक्षा
Southwest Airlines और अन्य एयरलाइंस इस समस्या को गंभीरता से ले रही हैं और इसे हल करने के लिए अपने प्रोटोकॉल की समीक्षा कर रही हैं। इसमें विशेष रूप से कार्बोनेटेड पेय पदार्थों के प्रबंधन और उन्हें सुरक्षित रूप से रखने के उपायों पर ध्यान दिया जा रहा है। एयरलाइंस संभवतः गर्मियों के दौरान उड़ानों में सोडा और अन्य कार्बोनेटेड पेय पदार्थों की हैंडलिंग में बदलाव कर सकती हैं। इसमें ठंडे भंडारण की व्यवस्था या इन पेय पदार्थों के उपयोग को सीमित करने जैसे उपाय शामिल हो सकते हैं।
यात्रियों को भी सलाह
यात्रियों के लिए एडवाइजरी जारी kr जा रही है कि वे अत्यधिक तापमान के दौरान उड़ान भरते समय अपने साथ सोडा या अन्य कार्बोनेटेड पेय पदार्थ न ले जाएं। यदि ले जाना आवश्यक हो, तो उन्हें सुरक्षित रूप से पैक किया जाना चाहिए।यह घटना न केवल एयरलाइंस के लिए, बल्कि यात्रियों के लिए भी एक महत्वपूर्ण सुरक्षा मुद्दा बन गई है। इसके समाधान के लिए उचित कदम उठाए जा रहे हैं ताकि भविष्य में ऐसी घटनाओं को रोका जा सके। यात्रियों को सलाह दी जा रही है कि वे उड़ानों के दौरान सोडा या अन्य कार्बोनेटेड पेय पदार्थों को अपने कैरी-ऑन बैग में न रखें। अगर जरूरी हो, तो इन्हें चेक-इन बैगेज में सुरक्षित तरीके से पैक किया जाना चाहिए। यात्रियों को उड़ान भरने से पहले सूचित किया जा सकता है कि वे अपने साथ सोडा के डिब्बे न ले जाएं या इन्हें विशेष तरीके से पैक करें।
एयरलाइंस खोज रहीं समस्या के समाधान
बता दें कि हाल के महीनों में, दक्षिण-पश्चिमी अमेरिका में तापमान रिकॉर्ड स्तर तक पहुँच गया है। कई स्थानों पर तापमान 100°F (लगभग 38°C) से ऊपर रहा है। इस अत्यधिक गर्मी ने उड़ानों के दौरान केबिन के अंदर तापमान बढ़ा दिया है, जिससे विभिन्न समस्याएं उत्पन्न हो रही हैं। उड़ानों के दौरान केबिन का दबाव सामान्य से अधिक होता है, जो ऊंचाई पर बनाए रखा जाता है ताकि यात्रियों को आराम मिले। ऊंचे दबाव और बढ़ते तापमान का संयोजन सोडा के डिब्बों में दबाव बढ़ा देता है, जिससे वे फट सकते हैं। एयरलाइंस संभावित रूप से अत्यधिक गर्मी के मौसम में कार्बोनेटेड पेय पदार्थों की सेवा को सीमित कर सकती हैं। एयरलाइंस इस समस्या के समाधान के लिए अनुसंधान और विकास में निवेश कर रही हैं।
नए तकनीकी समाधान
नये तकनीकी समाधान, जैसे कि तापमान-संवेदनशील भंडारण उपकरणों का विकास, इस दिशा में मदद कर सकते हैं। एयरलाइंस विभिन्न सरकारी और विमानन एजेंसियों के साथ मिलकर काम कर रही हैं ताकि इस समस्या का स्थायी समाधान निकाला जा सके। यात्री सुरक्षा को प्राथमिकता देने के लिए सभी संबंधित पक्ष मिलकर काम कर रहे हैं। इस घटना ने एयरलाइंस और यात्रियों को गर्मियों के दौरान उड़ानों में अतिरिक्त सतर्कता बरतने की आवश्यकता को उजागर किया है। सभी संबंधित पक्ष मिलकर इस समस्या का समाधान ढूंढने में लगे हुए हैं ताकि उड़ानें सुरक्षित और आरामदायक बनी रहें।