Edited By Pardeep,Updated: 16 Oct, 2024 10:02 PM
भारत और कनाडा के बीच तनाव अपने चरम पर है। कूटनीतिक रिश्तों में बेहद खटास आ चुकी है। मौजूदा वक्त में दोनों देशों के बीच संबंध अपने सबसे खराब दौर से गुजर रहे हैं।
इंटरनेशनल डेस्कः भारत और कनाडा के बीच तनाव अपने चरम पर है। कूटनीतिक रिश्तों में बेहद खटास आ चुकी है। मौजूदा वक्त में दोनों देशों के बीच संबंध अपने सबसे खराब दौर से गुजर रहे हैं। दोनों के बीच रिश्तों के सामान्य होने की संभावना कम दिख रही है। इस बार बात यहां तक आ पहुंची है कि दोनों देशों ने एक-दूसरे के राजनयिकों को निष्कासित कर दिया है। हालांकि भारत का दावा है कि उसने अपने राजनयिक को बुला लिया है।
इन सबके अब प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो का कहना है कि उनके पास उन कंजर्वेटिव सांसदों के नाम हैं जो विदेशी हस्तक्षेप में शामिल हैं। आज विदेशी हस्तक्षेप जांच से पहले विस्फोटक गवाही में ट्रूडो ने कहा कि उन्होंने कनाडाई सुरक्षा खुफिया सेवा (सीएसआईएस) को कंजर्वेटिव नेता पियरे पोइलिव्रे को चेतावनी देने और पार्टी की अखंडता की रक्षा करने का निर्देश दिया है।
ट्रूडो ने कहा, सुरक्षा जांच से न गुजरने के पोइलिवरे के फैसले का मतलब है कि पार्टी में कोई भी खुफिया जानकारी पर कार्रवाई करने या उसकी सटीकता को चुनौती देने की स्थिति में नहीं है। जांच में कनाडा की राजनीति में शत्रुतापूर्ण राज्यों के हस्तक्षेप के प्रयासों का पता लगाने और उन्हें रोकने के लिए संस्थानों की क्षमता की जांच की जा रही है।