Gaza Ceasefire से वैश्विक बाजार में कच्चे तेल की कीमतों में गिरावट, जल्द Petrol-Diesel के दामों में हो सकती है बड़ी कटौती!

Edited By Yaspal,Updated: 20 Jul, 2024 07:35 PM

soon there may be a big reduction in the prices of petrol and diesel

इजरायल और फिलिस्तीन के बीच जारी संघर्ष के बीच एक राहत की खबर सामने आ रही है। एक रिपोर्ट के मुताबिक, इजरायल और गाजा के बीच जल्द ही संघर्षविराम विराम हो सकता है। Gaza Ceasefire की खबर सामने आने के बाद वैश्विक बाजार में तेल की कीमतों में बड़ी गिरावट...

इंटरनेशनल डेस्कः इजरायल और फिलिस्तीन के बीच जारी संघर्ष के बीच एक राहत की खबर सामने आ रही है। एक रिपोर्ट के मुताबिक, इजरायल और गाजा के बीच जल्द ही संघर्षविराम विराम हो सकता है। Gaza Ceasefire की खबर सामने आने के बाद वैश्विक बाजार में तेल की कीमतों में बड़ी गिरावट देखने को मिली है। New York Mercantile Exchange में कच्चे तेल की कीमतों में 3 प्रतिशत से अधिक की गिरावट आ चुकी है। Gaza Ceasefire की जानकारी सामने आने के बाद निवेशकों ने उम्मीद जताई है कि आने वाले दिनों में कच्चे तेल की कीमतों में और गिरावट देखने को मिल सकती है।

इससे भारत में आने वाले समय मे Petrol-Diesel और गैस कीमतों में गिरावट देखने को मिल सकती है। इससे तेल कंपनियों के ऊपर Petrol-Diesel और गैस की कीमतें कम करने का दबाव बनेगा। वैश्विक बाजार में ब्रेंट क्रूड की कीमतें 2.48 डॉलर या 2.91% गिरकर 82.63 डॉलर प्रति बैरल पर आ गईं। यू.एस. वेस्ट टेक्सास इंटरमीडिएट क्रूड वायदा 2.69 डॉलर या 3.25% गिरकर 80.13 डॉलर प्रति बैरल पर आ गया।

बता दें कि भारत कच्चे तेल की भारी मात्रा में विदेशों पर निर्भर रहता है। वर्तमान में भारत अपनी कुल कच्चे तेल की आवश्यकता का लगभग 85% आयात करता है। साल 2022-2023 में भारत ने लगभग 220 मिलियन टन कच्चे तेल का आयात किया। कच्चे तेल के इस आयात की कीमत करीब 14.5 लाख करोड़ रुपये थी। हालांकि यह आंकड़े वैश्विक तेल कीमतों और मुद्रा विनिमय दरों के अनुसार बदल सकते हैं, लेकिन यह एक सामान्य अनुमान है कि भारत हर साल लगभग 13-15 लाख करोड़ रुपये का कच्चा तेल खरीदता है। यह निर्भरता भारत की ऊर्जा सुरक्षा और अर्थव्यवस्था पर महत्वपूर्ण प्रभाव डालती है, जिससे देश को अपने ऊर्जा स्रोतों को विविध करने और घरेलू उत्पादन बढ़ाने की आवश्यकता होती है।

वित्त वर्ष 2023-24 में भारत ने इन देशों से किया कच्चा तेल आयात

  • रूस: रूस भारत का सबसे बड़ा कच्चा तेल आपूर्तिकर्ता बना, जिससे भारत ने औसतन 1.76 मिलियन बैरल प्रति दिन आयात किया। यह पिछले वर्ष की तुलना में लगभग दोगुना था।
  • इराक: इराक भारत के लिए दूसरा सबसे बड़ा तेल आपूर्तिकर्ता रहा, जिससे भारत ने लगभग 1 मिलियन बैरल प्रति दिन आयात किया।
  • सऊदी अरब: सऊदी अरब से भारत ने अक्टूबर 2023 में 924,000 बैरल प्रति दिन तेल आयात किया।
  • संयुक्त अरब अमीरात (UAE): UAE भी एक महत्वपूर्ण आपूर्तिकर्ता रहा, जिससे भारत ने वित्त वर्ष के पहले छमाही में $3.2 बिलियन का कच्चा तेल आयात किया।
  • नाइजीरिया: भारत ने नाइजीरिया से भी तेल आयात किया, जिससे भारत के कुल तेल आयात का लगभग 17% हिस्सा आया।

वित्त वर्ष 2023-24 में भारत ने कुल 232.5 मिलियन मीट्रिक टन कच्चा तेल आयात किया था। जिस पर $132.4 बिलियन खर्च हुए, जो पिछले वर्ष की तुलना में लगभग 16% कम था। बता दें कि पिछले एक साल से Petrol-Diesel की कीमतों में कोई बदलाव नहीं हुआ है। आखिरी बार केंद्र सरकार ने मार्च 2024 में Petrol-Diesel पर दो रुपये वैट घटाया था।

 

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