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महाभियोग के बावजूद दक्षिण कोरियाई राष्ट्रपति जेल से रिहा, समर्थकों ने किया स्वागत

Edited By Tanuja,Updated: 08 Mar, 2025 06:43 PM

south korea s impeached president yoon freed from jail

दक्षिण कोरिया में महाभियोग का सामना कर रहे राष्ट्रपति यून सुक येओल को शनिवार को जेल से रिहा कर दिया गया। इससे एक दिन पहले, देश की एक अदालत ने राष्ट्रपति येओल की गिरफ्तारी को रद्द करते...

International Desk: दक्षिण कोरिया में महाभियोग का सामना कर रहे राष्ट्रपति यून सुक येओल को शनिवार को जेल से रिहा कर दिया गया। इससे एक दिन पहले, देश की एक अदालत ने राष्ट्रपति येओल की गिरफ्तारी को रद्द करते हुए उन्हें जेल से रिहा करने का आदेश दिया था ताकि वह जेल से बाहर होकर मुकदमें का सामना करें । टीवी चैनल पर प्रसारित हो रही वीडियो में राष्ट्रपति जेल से बाहर आने के बाद अपने समर्थकों के सामने हाथ हिलाकर और अपना सिर झुकाकर उनका अभिवादन करते नजर आ रहे हैं। येओल के समर्थक उनका नाम ले रहे हैं और दक्षिण कोरिया तथा अमेरिका का राष्ट्रीय झंडा लहरा रहे हैं। राष्ट्रपति ने कहा, ‘‘मैं ‘सियोल सेंट्रल डिस्ट्रिक्ट कोर्ट' द्वारा अवैध को सही करने के साहस के निर्णय की सराहना करता हूं।''

 

उन्होंने कहा कि वह अपने समर्थकों का धन्यवाद करते हैं तथा उन लोगों से आग्राह करते हैं कि वह अपनी भूख हड़ताल खत्म कर दें। राष्ट्रपति येओल के खिलाफ महाभियोग चलने के बाद उनके कुछ समर्थक भूख हड़ताल कर रहे हैं। यून को तीन दिसंबर को ‘मार्शल लॉ' लगाने के अपने आदेश के सिलसिले में, विद्रोह भड़काने के आरोप में जनवरी में गिरफ्तार किया गया था। इसके बाद देश में उथल-पुथल मच गई थी। मुख्य विपक्षी डेमोक्रेटिक पार्टी ने यून के खिलाफ महाभियोग चलाने के लिए मतदान किया, जिसके परिणामस्वरूप उन्हें पद से निलंबित कर दिया गया था।

 

यून के राष्ट्रपति पद को औपचारिक रूप से समाप्त किया जाए या उसे बहाल किया जाए, इसका फैसला संवैधानिक न्यायालय करेगा। अगर संवैधानिक न्यायालय यून के महाभियोग को बरकरार रखता है, तो उन्हें आधिकारिक रूप से पद से हटा दिया जाएगा और दो महीने के भीतर उनके उत्तराधिकारी को चुनने के लिए राष्ट्रीय चुनाव आयोजित किए जाएंगे। ‘सियोल सेंट्रल डिस्ट्रिक्ट कोर्ट' ने शुक्रवार को यून के मामले की जांच की वैधता से जुड़े सवालों को हल करने की आवश्यकता का हवाला देते हुए जेल से रिहा करने के राष्ट्रपति के अनुरोध को स्वीकार कर लिया है। यून के वकीलों ने जांच एजेंसी पर आरोप लगाया कि उसके पास विद्रोह के आरोपों की जांच करने का कानूनी अधिकार नहीं है। जांच एजेंसी ने औपचारिक रूप से गिरफ्तार करने से से पहले यून को हिरासत में लिया था।  

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