Edited By rajesh kumar,Updated: 31 Dec, 2024 02:55 PM
दक्षिण कोरिया के इस दर्दनाक हादसे में जान गंवाने वाला बच्चा सिर्फ 3 साल का था। उसके माता-पिता, कांग को (43) और जिन ली सीओन (37), अपनी पहली विदेश यात्रा पर अपने बेटे के साथ जा रहे थे। वे परिवार के साथ थाईलैंड क्रिसमस की छुट्टियां मनाने जा रहे थे,...
नई दिल्ली: रविवार सुबह दक्षिण कोरिया से एक दिल दहलाने वाली खबर आई, जब एक विमान उड़ान भरते समय रनवे से फिसलकर दीवार से टकरा गया। इसके बाद विमान में एक बड़ा धमाका हुआ और पूरी फ्लाइट जलकर राख हो गई। इस हादसे में 181 यात्रियों में से 179 की मौत हो गई, जबकि दो क्रू मेंबर्स को किसी तरह बचा लिया गया। इस खतरनाक हादसे में सबसे छोटी उम्र का यात्री एक 3 साल का बच्चा था, जिसकी मौत हो गई। अब उसकी मौत से पहले की आखिरी तस्वीर सामने आई है, जिसे देखर हरकोई भावुक है।
पहली विदेश यात्रा पर था बच्चा
दक्षिण कोरिया के इस दर्दनाक हादसे में जान गंवाने वाला बच्चा सिर्फ 3 साल का था। उसके माता-पिता, कांग को (43) और जिन ली सीओन (37), अपनी पहली विदेश यात्रा पर अपने बेटे के साथ जा रहे थे। वे परिवार के साथ थाईलैंड क्रिसमस की छुट्टियां मनाने जा रहे थे, लेकिन यह उनकी जिंदगी का आखिरी सफर बन गया।
प्लेन में बच्चे की आखिरी तस्वीर
बच्चा प्लेन में बैठने से पहले काफी खुश था और टेक ऑफ से पहले अपनी खिड़की से बाहर के नजारों को देख रहा था। किसी को यह नहीं पता था कि यह परिवार अपने जीवन का अंतिम सफर तय कर रहा था। इस हादसे से पहले बच्चे के पिता, कांग ने अपनी इंस्टाग्राम पोस्ट में लिखा था कि यह उनका बेटे के साथ पहली रात की फ्लाइट थी, और बच्चे का पासपोर्ट पर पहला स्टांप लगा था। इसके अलावा, वे परिवार के साथ चिड़ियाघर भी गए थे, जहां बच्चे ने टाइगर के साथ खूब मस्ती की थी।
कैसे हुआ हादसा?
यह हादसा जेजू एयर बोइंग 737-800 विमान का था, जो दक्षिण कोरिया के मुआन इंटरनेशनल एयरपोर्ट से बैंकॉक जा रहा था। टेक ऑफ के दौरान यह विमान अचानक रनवे से फिसल गया और सामने की दीवार से टकरा गया। विमान क्रैश का भयानक वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से फैल गया। इस हादसे में सबसे कम उम्र का पैसेंजर कांग और जिन का बेटा था। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, यह एक भीषण हादसा था जिसमें परिवार और अन्य यात्रियों की जानें चली गईं। यह घटना न केवल परिवार के लिए बल्कि पूरी दुनिया के लिए एक बड़ा शोक है, और यह हमें सुरक्षा मानकों की अहमियत और सावधानी बरतने की याद दिलाती है।