Edited By Rahul Singh,Updated: 22 Sep, 2024 10:28 AM
श्रीलंका के आम चुनावों में निवर्तमान राष्ट्रपति रानिल विक्रमसिंघे को वामपंथी नेता अनुरा कुमारा दिसानायके के हाथों एक बड़े उलटफेर का सामना करना पड़ा है। दिसानायके ने 21 सितंबर को हुए मतदान में शानदार जीत दर्ज की है और वह श्रीलंका के अगले राष्ट्रपति...
कोलंबो: श्रीलंका के आम चुनावों में निवर्तमान राष्ट्रपति रानिल विक्रमसिंघे को वामपंथी नेता अनुरा कुमारा दिसानायके के हाथों एक बड़े उलटफेर का सामना करना पड़ा है। दिसानायके ने 21 सितंबर को हुए मतदान में शानदार जीत दर्ज की है और वह श्रीलंका के अगले राष्ट्रपति बनेंगे।
चुनाव में कुल 1 करोड़ 70 लाख मतदाताओं में से करीब 75 प्रतिशत ने अपने मताधिकार का प्रयोग किया। मतदान की प्रक्रिया के बाद वोटों की गिनती कल शाम 5 बजे के बाद शुरू हुई। चुनाव आयोग के आंकड़ों के अनुसार, अनुरा कुमारा दिसानायके को 52 प्रतिशत वोट मिले हैं, जबकि रानिल विक्रमसिंघे को केवल 16 प्रतिशत वोटों के साथ तीसरा स्थान मिला है। साजिश प्रेमदासा 22 प्रतिशत वोट लेकर दूसरे स्थान पर रहे और वह मुख्य विपक्षी नेता की भूमिका में लौटेंगे।
दिसानायके ने नेशनल पीपुल्स पावर (NPP) गठबंधन के उम्मीदवार के रूप में चुनाव लड़ा, जिसमें उनकी मार्क्सवादी-झुकाव वाली जनता विमुक्ति पेरेमुना (JVP) पार्टी भी शामिल है। यह चुनाव 2022 के आर्थिक संकट के बाद हुआ है, जब श्रीलंका में गोटबाया राजपक्षे के खिलाफ बड़े पैमाने पर जन विद्रोह हुआ था।
रानिल विक्रमसिंघे के विदेश मंत्री अली साबरी ने हार स्वीकार की और दिसानायके को उनकी जीत के लिए बधाई दी। उन्होंने लिखा, "लंबे और थका देने वाले अभियान के बाद, राष्ट्रपति चुनाव के नतीजे अब स्पष्ट हैं। मैंने राष्ट्रपति रानिल विक्रमसिंघे के लिए जोरदार प्रचार किया, लेकिन श्रीलंका के लोगों ने अपना निर्णय बता दिया है।"
दिसानायके की एनपीपी को पिछले चुनाव में केवल 3 प्रतिशत वोट मिले थे, लेकिन वर्तमान आर्थिक संकट ने उन्हें एक अवसर प्रदान किया। उन्होंने चुनाव में देश की भ्रष्ट राजनीतिक संस्कृति को बदलने का वादा किया, जिसे जनता ने समर्थन दिया है।
चुनाव प्रणाली के अनुसार, श्रीलंका में मतदाता तीन उम्मीदवारों को वरीयता क्रम में रखते हैं। यदि किसी उम्मीदवार को पूर्ण बहुमत प्राप्त नहीं होता, तो दूसरे दौर की गिनती शुरू होती है, जिसमें दूसरी और तीसरी पसंद के वोटों को ध्यान में रखा जाता है। इस प्रकार, अनुरा कुमारा दिसानायके ने एक महत्वपूर्ण राजनीतिक बदलाव की शुरुआत की है।