Edited By Tanuja,Updated: 24 Jul, 2022 06:21 PM
श्रीलंका का राष्ट्रपति सचिवालय, जिस पर जुलाई की शुरुआत में सरकार विरोधी प्रदर्शनकारियों ने हमला किया था, सोमवार से कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के बीच...
कोलंबोः श्रीलंका का राष्ट्रपति सचिवालय, जिस पर जुलाई की शुरुआत में सरकार विरोधी प्रदर्शनकारियों ने हमला किया था, सोमवार से कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के बीच कामकाज पर लौटने को तैयार है। ‘संडे टाइम्स' अखबार ने एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी के हवाले से बताया कि राष्ट्रपति सचिवालय को तैयार करने के लिए सप्ताहांत में सफाई और मुरम्मत का काम किया गया और सुरक्षा बलों ने सचिवालय के सामने गाले रोड को यातायात के लिए खोल दिया है। इस जगह को प्रदर्शनकारियों ने 100 दिनों से अधिक समय तक अवरुद्ध किया था। नौ जुलाई को यहां प्रदर्शनकारियों की अत्यधिक हिंसा देखी गई थी।
प्रदर्शन के कारण गोटबाया राजपक्षे को देश से भागना पड़ा और राष्ट्रपति पद से इस्तीफा देना पड़ा। रिपोर्ट में कहा गया है कि सुरक्षा बलों ने सचिवालय के सामने गाले रोड को यातायात के लिए खोल दिया है। रिपोर्ट में कहा गया है कि प्रदर्शनकारी शनिवार को राष्ट्रपति सचिवालय से करीब 100 मीटर दूर रहे और दिन में कोई विरोध प्रदर्शन नहीं किया। उनमें से कुछ को क्रिकेट खेलते हुए भी देखा गया। राष्ट्रपति सचिवालय में लंबे समय तक काम बाधित रहा, आंदोलन के दौरान उसे भारी क्षति हुई है और उसे पुख्ता मरम्मत की जरूरत है।
पुलिस के मीडिया प्रवक्ता एसएसपी निहाल थलडुवा ने कहा कि राष्ट्रपति कार्यालय एक व्यापक प्रणाली का हिस्सा है जिसके माध्यम से राष्ट्रपति अपने कर्तव्यों का पालन करते हैं और परिसर को जल्द ही खोलने की जरूरत है। पुलिस के प्रवक्ता ने कहा कि श्रीलंका के राष्ट्रपति भवन और यहां टेंपल ट्री स्थित प्रधानमंत्री के आधिकारिक आवास से पुरानी और प्राचीन वस्तुओं सहित कई मूल्यवान वस्तुएं गायब हैं। उन्होंने कहा कि पुरातत्व विभाग सहित अन्य विभागों के सहयोग से जांच की जा रही है ताकि गायब हुई प्राचीन वस्तुओं की सही संख्या का पता लगाया जा सके, हालांकि पुलिस का अनुमान है कि यह 1,000 से अधिक हो सकती है।