Edited By Tanuja,Updated: 04 Aug, 2024 12:31 PM
इजराइल (Israel) द्वारा तेहरान (Tehran) में हमास लीडर इस्माइल हानिया की हत्या के बाद ईरान तिलमिलाया हुआ है और अमेरिका भी नाखुश दिख...
वॉशिंगटन: इजराइल (Israel) द्वारा तेहरान (Tehran) में हमास लीडर इस्माइल हानिया की हत्या के बाद ईरान तिलमिलाया हुआ है और अमेरिका भी नाखुश दिख रहा है। शनिवार शाम को आई एक रिपोर्ट के अनुसार राष्ट्रपतिजो बाइडेन (Joe Biden) ने गुरुवार को फोन पर बातचीत के दौरान पीएम नेतन्याहू से कहा, ' बकवास बंद करो और मुझे बेवकूफ मत बनाओ।' सूत्रों के अनुसार बाइडेन को गुस्सा तब आया जब नेतन्याहू ने बताया कि इजरायल हमास के साथ बंधकों के बदले युद्धविराम समझौते पर बातचीत के साथ आगे बढ़ रहा है और जल्द ही एक प्रतिनिधिमंडल भेजेगा।
कई महीनों से इजरायल और हमास (Hamas) के बीच बातचीत चल रही है। बाइडेन ने इसे लेकर पहले कहा है कि नेतन्याहू आंतरिक राजनीतिक कारणों से डील में जानबूझकर देरी कर रहे हैं। नेतन्याहू के कार्यालय ने शनिवार की रिपोर्ट पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि प्रधानमंत्री अमेरिकी राष्ट्रपति के साथ अपनी निजी चर्चा पर टिप्पणी नहीं करते हैं। बयान में दावा किया गया, 'प्रधानमंत्री अमेरिकी राजनीति में हस्तक्षेप नहीं करते हैं और जो भी राष्ट्रपति चुना जाएगा उसके साथ काम करेंगे और उम्मीद करते हैं कि अमेरिकी भी इजरायल की राजनीति में हस्तक्षेप नहीं करेंगे।'
टेलीग्राफ ने शनिवार को एक वरिष्ठ इजरायली अधिकारी का हवाला देते हुए बताया कि 2024 के अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव की दौड़ से बाइडन बाहर हो गए हैं। इस फैसले के बाद से नेतन्याहू ईरान पर हमला करने के लिए अधिक साहसी महसूस कर रहे हैं। इजरायली अधिकारी ने कहा, 'बाइडेन का असली एजेंडा इजरायल को पूर्ण समर्थन देना है और उन्होंने दशकों तक ऐसा किया है। नेतन्याहू यह जानते हैं, यही कारण है कि वह अधिक साहसी हो रहे हैं और उन्हें विश्वास है कि वह इजरायल के दुश्मनों पर हमला कर सकते हैं। अभी भी उन्हें अमेरिका का पूरा समर्थन मिला है।'
तेहरान में बुधवार को हुए एक विस्फोट में हमास चीफ इस्माइल हानिया की मौत से भड़के ईरान ने बदला लेने की धमकी दी है। इजरायल ने न तो हत्या में अपनी भूमिका स्वीकारी है और न ही इनकार किया है। गुरुवार को बाइडेन ने कहा कि हमास के प्रमुख वार्ताकार की हत्या से गाजा में संघर्ष विराम और बंधकों की रिहाई के प्रयासों में मदद नहीं मिलेगी। इस बात की चिंता जताई जा रही है कि इजरायल पर एक बड़ा हमला हो सकता है। इस कारण अमेरिका ने अपनी सैन्य तैनाती बढ़ा दी है।