Edited By Parminder Kaur,Updated: 07 Feb, 2025 09:50 AM
![success changed relationships friends drifted apart after becoming millionaires](https://img.punjabkesari.in/multimedia/914/0/0X0/0/static.punjabkesari.in/2025_2image_09_49_213317329mira-ll.jpg)
अमेरिका की हार्मोनल हेल्थ कंपनी "मीरा" की को-फाउंडर सिल्विया कंग (40) का कहना है कि "सफलता अपनों से दूर कर देती है।" करोड़पति बनने के बाद दोस्तों का उनके प्रति व्यवहार बदल गया है। पहले जहां अनौपचारिक मुलाकातें होती थीं, अब वे सिर्फ इवेंट बनकर रह गई...
इंटरनेशनल डेस्क. अमेरिका की हार्मोनल हेल्थ कंपनी "मीरा" की को-फाउंडर सिल्विया कंग (40) का कहना है कि "सफलता अपनों से दूर कर देती है।" करोड़पति बनने के बाद दोस्तों का उनके प्रति व्यवहार बदल गया है। पहले जहां अनौपचारिक मुलाकातें होती थीं, अब वे सिर्फ इवेंट बनकर रह गई हैं। उनके अनुसार, अब बातचीत का केंद्र सिर्फ बिजनेस रह गया है। इसी कारण अब वे आत्मिक खुशी पर ज्यादा ध्यान दे रही हैं।
अमेरिका तक का सफर
सिल्विया कंग चीन मूल की हैं, लेकिन बायोइंजीनियरिंग के प्रति उनके जुनून ने उन्हें अमेरिका तक पहुंचा दिया। उन्होंने बायोइंजीनियरिंग में डिग्री और मास्टर्स किया। शादी के बाद उन्होंने करियर और बिजनेस पर फोकस किया। उन्हें परिवार बढ़ाने की जल्दी नहीं थी।
"मीरा" की शुरुआत और सफलता
सिल्विया को महसूस हुआ कि बाजार में हार्मोनल हेल्थ से जुड़े उत्पाद भरोसेमंद नहीं थे। इस समस्या का समाधान तलाशने के लिए उन्होंने 2018 में सिलिकॉन वैली में अपनी कंपनी "मीरा" शुरू की। महज तीन साल में उनकी कंपनी तेजी से बढ़ने लगी और वे करोड़पति बन गईं। आज "मीरा" 2024 में सबसे तेजी से आगे बढ़ने वाली फेमटेक फर्म बन चुकी है और इसकी वैल्यू 200 करोड़ से ज्यादा हो चुकी है।
सफलता के बाद रिश्तों में बदलाव
सिल्विया अब भी अपने पति और बेटे के साथ एक मध्यम वर्गीय इलाके में 3 बेडरूम वाले घर में रहती हैं, लेकिन उनके दोस्तों के रवैये में बदलाव आ गया है। पहले दोस्त अचानक मिलने आ जाते थे या किसी साधारण खाने पर साथ बैठते थे, लेकिन अब हर मुलाकात के लिए योजना बनानी पड़ती है। अब दोस्तों को शानदार रेस्त्रां या अच्छी तरह से शेड्यूल की गई मुलाकातें ज्यादा पसंद हैं।
अब खुलकर बात करने वाला कोई नहीं
पहले सिल्विया दोस्तों से बेहिचक किसी भी विषय पर बात कर सकती थीं, लेकिन अब ऐसा कोई नहीं बचा, जिससे वे दिल की बात कह सकें। हालांकि, वे मानती हैं कि इसमें पूरी गलती दोस्तों की भी नहीं है। उनकी भी प्राथमिकताएं बदल गई हैं क्योंकि उनका पूरा ध्यान बिजनेस पर है। कुछ दोस्त चाहते हैं कि सिल्विया उनकी गुरु बनें, जिससे बातचीत अक्सर उनके बिजनेस और करियर पर ही टिक जाती है। ऐसे में उन्होंने थेरेपिस्ट की मदद ली और इस बदलाव को स्वीकार कर लिया।
अब आत्मिक खुशी की तलाश
पहले सिल्विया निवेशकों को प्रभावित करने के लिए महंगे ब्रांड्स और गाड़ियों में रुचि रखती थीं, लेकिन अब वे आत्मविश्वास से भरपूर हैं और खुद को साबित करने की जरूरत महसूस नहीं करतीं। अब वे उन्हीं चीजों पर खर्च करती हैं, जो आत्मिक खुशी देती हैं, जैसे ऐतिहासिक स्थलों की यात्रा और प्रकृति के बीच समय बिताना।
महिलाओं की सेहत सुधारना ही मकसद
सिल्विया चाहें तो रिटायर होकर आराम से जिंदगी बिता सकती हैं, लेकिन वे अपने काम को एक उद्देश्य मानती हैं। वे महिलाओं की सेहत को सुधारने के मिशन पर काम कर रही हैं और इसी को अपनी असली सफलता मानती हैं।