Edited By Tanuja,Updated: 26 May, 2024 05:28 PM
ब्रिटेन में 4 जुलाई को आम चुनाव होने हैं और प्रधानमंत्री ऋषि सुनक ने जोर शोर से इसकी तैयारी शुरू कर दी है। इलेक्शन कैंपेन के दौरान सुनक ने घोषणा...
लंदनः ब्रिटेन में 4 जुलाई को आम चुनाव होने हैं और प्रधानमंत्री ऋषि सुनक ने जोर शोर से इसकी तैयारी शुरू कर दी है। इलेक्शन कैंपेन के दौरान सुनक ने घोषणा करते हुए कहा, "आने वाले समय में अगर कंजर्वेटिव पार्टी की सरकार बनती है तो नेशनल सर्विस रूल वापस लाएंगे। इससे राष्ट्रीय भावना पैदा होगी।" ऋषि सुनक ने कहा, "यह एक महान देश है लेकिन नई पीढ़ियों को वो अवसर या अनुभव नहीं मिला है जिसके वो हकदार हैं। कुछ ताकतें हमारे समाज को विभाजित करने की कोशिश कर रही हैं। मेरे पास हमारे भविष्य को सुरक्षित करने के लिए एक स्पष्ट योजना है। मैं हमारे युवाओं के बीच उद्देश्य की साझा भावना और हमारे देश में नए सिरे से गर्व की भावना पैदा करने के लिए नेशनल सर्विस का एक नया मॉडल लाऊंगा। यह कदम युवाओं को 'जीवन बदलने वाले अवसर देगा। एक पिता होने के नाते मैं अपनी दोनों बेटियों के नेशनल सर्विस में शामिल होनी की आशा करता हूं।"
ब्रिटिश मीडिया 'द गार्डियन' के मुताबिक, मैंडेटरी नेशनल सर्विस के तहत 18 साल के टीनएजर्स को एक साल के लिए मिलिट्री जॉइन करनी होगी या फिर साल में 25 दिन पुलिस या नेशनल हेल्थ सर्विस (NHS) जैसे सामुदायिक संगठनों में वॉलंटियर बनना होगा। इसके लिए सरकार हर साल 26.49 हजार करोड़ रुपए खर्च करेगी।सुनक ने यह बात 25 मई को हुए एक इलेक्शन कैंपेन के दौरान कही। उनका मानना है कि अनिवार्य सेवा राष्ट्रीय भावना पैदा करेगी और यह युवाओं को जीवन बदलने वाला अवसर देगी। बता दें कि ब्रिटेन में आम चुनावों की उल्टी गिनती शुरू हो गई है। इस बीच, ब्रिटेन के प्रधानमंत्री ऋषि सुनक ने शनिवार को विपक्षी लेबर पार्टी पर निशाना साधा। उन्होंने आरोप लगाया कि लेबर पार्टी के पास कोई योजना नहीं है और इससे देश अनिश्चितता की स्थिति में पहुंच जाएगा।
अनिवार्य सैन्य सेवा के लिए अंग्रेजी में शब्द है, कंसक्रिप्शन। सुनक सरकार ने कंसक्रिप्शन प्लान तैयार किया है जिसके तहत हर साल 26.49 हजार करोड़ रुपए खर्च किए जाएंगे। उन्होंने कहा कि आम चुनाव में अगर कंजर्वेटिव पार्टी की जीत होती है तो एक रॉयल कमिशन बनाया जाएगा। यह कमिशन नेशनल सर्विस प्रोग्राम को अंतिम रूप देगा। इसके बाद अगले साल सितंबर तक पायलट प्रोजेक्ट लॉन्च करेगा।सीक्रेट तौर पर तैयार की गई इस 40 पेज की योजना में सलाहकारों ने कथित तौर पर तर्क दिया कि रूस और चीन जैसे देशों के बढ़ते अंतरराष्ट्रीय खतरों का सामना करने के लिए सशस्त्र बलों को बढ़ाने की जरूरत है।
विपक्षी लिबरल पार्टी ने नेशनल सर्विस को अनिवार्य किए जाने के प्लान का विरोध किया है। BBC के मुताबिक लिबरल पार्टी के सांसद रिचर्ड फोर्ड ने कहा, "यह कोई योजना नहीं है - यह एक समीक्षा है जिसमें अरबों खर्च हो सकते हैं और इसकी जरूरत सिर्फ इसलिए है क्योंकि कंजर्वेटिव पार्टी की वजह से सशस्त्र बलों की संख्या कम हुई है। हमारी सशस्त्र सेनाएं एक समय दुनिया के लिए ईर्ष्या का विषय थीं। इस रूढ़िवादी सरकार ने सैनिकों की संख्या कम कर दी।"