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9 महीने से अंतरिक्ष में फंसी सुनीता विलियम्स के लिए से धरती पर लौटना बेहद खतरनाक, कहा-"अब तो मैं चलना भी भूल गई "

Edited By Tanuja,Updated: 08 Mar, 2025 03:57 PM

sunita williams breaks silence on the most difficult time in space

नासा ने घोषणा की है कि भारतीय मूल की अंतरिक्ष यात्री सुनीता विलियम्स और उनके साथी  बैरी विलमोर 16 मार्च तक धरती पर लौट सकते हैं। लेकिन इतने लंबे समय तक...

International Desk: नासा ने घोषणा की है कि भारतीय मूल की अंतरिक्ष यात्री सुनीता विलियम्स और उनके साथी  बैरी विलमोर 16 मार्च तक धरती पर लौट सकते हैं। लेकिन इतने लंबे समय तक अंतरिक्ष में रहने के बाद धरती पर खुद को फिर से ढालना उनके लिए आसान नहीं होगा।  सुनीता विलियम्स और बैरी विलमोर  बोइंग स्टारलाइनर के जरिए सिर्फ 10 दिन के अंतरिक्ष मिशन पर गए थे, लेकिन यान में तकनीकी खराबी के कारण वे करीब 9 महीने  तक अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन (ISS) में फंसे रहे। अब नासा के अनुसार,  स्पेसएक्स ड्रैगन  को जल्द लॉन्च किया जाएगा, ताकि दोनों अंतरिक्ष यात्रियों को सुरक्षित वापस लाया जा सके।  

 

धरती पर लौटना आसान नहीं 
सुनीता विलियम्स ने कहा,  "अब तो मैं चलना भी भूल गई हूं। धरती पर चलना कांटों पर चलने जैसा लगेगा।" दरअसल,  अंतरिक्ष में भारहीनता (Zero Gravity) की वजह से इंसान को चलने की जरूरत नहीं पड़ती । ऐसे में लंबे समय तक माइक्रोग्रैविटी में रहने के बाद शरीर को फिर से धरती की गुरुत्वाकर्षण शक्ति के अनुरूप ढालना एक बड़ी चुनौती होती है।  

 

 स्वास्थ्य पर गहरा असर 
अंतरिक्ष में महीनों बिताने के बाद अंतरिक्ष यात्रियों को शारीरिक कमजोरी, संतुलन की समस्या और हड्डियों की घनत्व (Bone Density) में कमी जैसी समस्याओं का सामना करना पड़ता है। यही कारण है कि सुनीता विलियम्स और विलमोर  सीधे अपने घर नहीं जा सकेंगे  बल्कि पहले उन्हें मेडिकल परीक्षणों और रिकवरी प्रोग्राम से गुजरना होगा।  

 

पूरी रिकवरी में लगेगा लंबा समय
चिकित्सकों का कहना है कि अंतरिक्ष से लौटने के बाद शरीर को दोबारा सामान्य ग्रेविटी के अनुसार ढालने में करीब डेढ़ महीने का समय लग सकता है । इसके अलावा, वैज्ञानिकों को यह भी सुनिश्चित करना होगा कि वे किसी भी प्रकार के वायरस या बैक्टीरिया को अंतरिक्ष से धरती पर लेकर न आए हों।  

 

कैंसर जैसी बीमारियों का भी खतरा  
जानकारों के अनुसार, अंतरिक्ष यात्री  तेज ब्रह्मांडीय विकिरण (Cosmic Radiation)  के संपर्क में आते हैं, जिससे उनके शरीर में गहरे स्तर तक प्रभाव पड़ सकता है। इससे  कैंसर जैसी गंभीर बीमारियों का खतरा  भी बढ़ जाता है। इसके अलावा, अंतरिक्ष में  दिल और फेफड़े कम मेहनत करते हैं, इसलिए धरती पर लौटने के बाद इन्हें सामान्य स्थिति में लाने के लिए विशेष देखभाल की जरूरत होती है।  

 

 जल्द शुरू होगी वापसी प्रक्रिया  
नासा के अधिकारियों के अनुसार, अगले हफ्ते स्पेसएक्स ड्रैगन लॉन्च  किया जाएगा, जिसके जरिए सुनीता विलियम्स और बैरी विलमोर को वापस लाने की प्रक्रिया शुरू होगी। उनकी वापसी के बाद सभी जरूरी मेडिकल परीक्षण किए जाएंगे और रिकवरी के बाद ही उन्हें घर जाने की अनुमति मिलेगी।  
 

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