Edited By rajesh kumar,Updated: 28 Jan, 2025 08:50 PM
तिब्बत में सोमवार को एक और भूकंप के झटके महसूस किए गए। नेशनल सेंटर फॉर सीस्मोलॉजी के मुताबिक, भूकंप की तीव्रता रिक्टर स्केल पर 4.5 मापी गई। भूकंप का केंद्र 29.10 N अक्षांश और 87.66 E देशांतर पर था, और इसकी गहराई 5 किलोमीटर थी।
इंटरनेशनल डेस्क: तिब्बत में सोमवार को एक और भूकंप के झटके महसूस किए गए। नेशनल सेंटर फॉर सीस्मोलॉजी के मुताबिक, भूकंप की तीव्रता रिक्टर स्केल पर 4.5 मापी गई। भूकंप का केंद्र 29.10 N अक्षांश और 87.66 E देशांतर पर था, और इसकी गहराई 5 किलोमीटर थी। भूकंप के झटकों के बाद लोग अपने घरों से बाहर निकल आए। लोगों के बीच डर का माहौल बन गया। लेकिन गनीमत रही कि किसी की जानमाल हानि के नुकसान की कोई खबर नहीं है।
भूकंप जब उथले होते हैं, तो यह गहरे भूकंपों की तुलना में ज्यादा खतरनाक हो सकते हैं। इसका कारण यह है कि उथले भूकंपों में अधिक ऊर्जा सतह तक पहुंचती है, जिससे ज्यादा तीव्रता और नुकसान होता है। यह क्षेत्र हाल ही में भूकंप के झटकों से प्रभावित रहा है। 24 जनवरी को इस इलाके में 4.4 तीव्रता का भूकंप आया था। हालांकि, अभी तक किसी प्रकार के नुकसान या चोट की कोई खबर नहीं आई है।
भूकंप से हुई थी 126 लोगों की मौत
इससे पहले 8 जनवरी को तिब्बत में 6.8 तीव्रता का भूकंप आया था, जिसमें 126 लोगों की जान गई थी और 188 लोग घायल हुए थे। इसके बाद इस क्षेत्र में 640 से ज्यादा छोटे-बड़े झटके महसूस किए गए थे। 13 जनवरी को भी शिगाजे क्षेत्र में भूकंप के झटके महसूस हुए थे।