Edited By Tanuja,Updated: 10 Dec, 2024 03:56 PM
अमेरिका में TikTok को प्रतिबंधित होने से बचने की उसकी कोशिश को बड़ा झटका लगा है। एक फेडरल अपील कोर्ट ने TikTok की उस दलील...
Washington: अमेरिका में TikTok को प्रतिबंधित होने से बचने की उसकी कोशिश को बड़ा झटका लगा है। एक फेडरल अपील कोर्ट ने TikTok की उस दलील को खारिज कर दिया जिसमें कहा गया था कि यह कानून असंवैधानिक है और इससे 170 मिलियन अमेरिकी उपयोगकर्ताओं के "फ्री स्पीच" पर असर पड़ेगा। कोर्ट ने इस कानून को सही ठहराते हुए कहा कि यह कांग्रेस और राष्ट्रपति के साझा प्रयासों का नतीजा है। यह कानून अमेरिका की सुरक्षा के लिए उठाया गया कदम है, क्योंकि TikTok के मालिकाना हक को चीन से जुड़ा माना जा रहा है।
TikTok ने कहा है कि वह अब अमेरिका के सर्वोच्च न्यायालय (Supreme Court) में इस फैसले को चुनौती देगा। कंपनी का कहना है कि यह कानून "गलत और काल्पनिक जानकारी" पर आधारित है और अमेरिकी नागरिकों की अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता को दबाने का काम करेगा। 2024 के अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव में जीतने वाले डोनाल्ड ट्रंप ने चुनाव से पहले कहा था कि वह TikTok पर प्रतिबंध नहीं लगने देंगे। हालांकि, यह देखना बाकी है कि 20 जनवरी 2025 को राष्ट्रपति पद संभालने के बाद वह इस पर क्या कदम उठाएंगे।
अगर TikTok पर प्रतिबंध लगा तो Meta (Facebook, Instagram) और YouTube जैसे प्लेटफॉर्म को इसका बड़ा फायदा होगा। हालांकि, विशेषज्ञों का मानना है कि TikTok की सफलता को दोहराना आसान नहीं होगा। TikTok पर कंटेंट बनाने वाले कई छोटे व्यवसाय और उपयोगकर्ता इस फैसले से निराश हैं। उनका कहना है कि वे अन्य प्लेटफॉर्म पर स्विच करने के लिए मजबूर नहीं होंगे। इस प्रतिबंध से अमेरिका की राजनीति, सोशल मीडिया उपयोग और छोटे व्यवसायों पर बड़ा असर पड़ सकता है। अब नजरें Supreme Court के फैसले पर हैं।