Edited By Tanuja,Updated: 18 Feb, 2025 03:54 PM
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सऊदी अरब में यूक्रेनी अधिकारियों को दरकिनार कर 18 फरवरी को रूस और अमेरिका के वरिष्ठ अधिकारियों की बैठक हुई, जिसमें यूक्रेन युद्ध को समाप्त करने पर बातचीत शुरू की गई...
International Desk: सऊदी अरब में यूक्रेनी अधिकारियों को दरकिनार कर 18 फरवरी को रूस और अमेरिका के वरिष्ठ अधिकारियों की बैठक हुई, जिसमें यूक्रेन युद्ध को समाप्त करने पर बातचीत शुरू की गई। यह बैठक रियाद के दिरियाह पैलेस में हुई। अमेरिकी विदेश मंत्री मार्को रुबियो और रूस के विदेश मंत्री सर्गेई लावरोव के नेतृत्व में दोनों देशों के प्रतिनिधिमंडल ने बातचीत की। इस मुलाकात का उद्देश्य रूस और अमेरिका के रिश्तों को सुधारना और यूक्रेन युद्ध को समाप्त करने के लिए रास्ता तैयार करना था। यह कदम ट्रंप प्रशासन द्वारा रूस को अलग-थलग करने की नीति को बदलने की दिशा में एक महत्वपूर्ण पहल है। बैठक का उद्देश्य अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के बीच एक बैठक का रास्ता खोलना है।
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रूस और अमेरिका के बीच यह वार्ता यूक्रेन युद्ध को लेकर एक नए मोड़ की शुरुआत हो सकती है, जबकि यूक्रेनी अधिकारियों को इसमें शामिल नहीं किया गया।इस वार्ता के बीच रूस ने यूक्रेन पर 176 ड्रोन से हमला किया, जिससे इलाके में तबाही मच गई। यूक्रेनी सेना ने दावा किया कि रूस ने 176 ड्रोन से हमला किया है, जिसमें 38 अपार्टमेंटों को खाली करना पड़ा और एक बच्चा गंभीर रूप से घायल हुआ, जिसे अस्पताल में भर्ती किया गया। यूक्रेनी सेना के अनुसार, उनकी एयरफोर्स ने 103 ड्रोन मार गिराए, जबकि 67 ड्रोन अपने लक्ष्य तक नहीं पहुंचे। कुछ जगहों पर गिरने के कारण ड्रोन से आग लग गई, जिससे और अधिक नुकसान हुआ। हालांकि, रूस ने इस हमले पर अभी तक कोई आधिकारिक बयान जारी नहीं किया है।
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सऊदी अरब के दिरियाह पैलेस में सोमवार को रूस और अमेरिका के शीर्ष अधिकारी एक-दूसरे से मिले। यह बैठक यूक्रेन में युद्ध समाप्त करने और रूस-अमेरिका संबंधों में सुधार करने के उद्देश्य से आयोजित की गई थी। अमेरिकी विदेश मंत्री मार्को रुबियो, राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार माइक वाल्ट्ज, और विशेष दूत स्टीव विटकॉफ ने इस वार्ता में हिस्सा लिया। रूस की ओर से विदेश मंत्री सर्गेई लावरोव और पुतिन के विदेश मामलों के सलाहकार यूरी उशाकोव शामिल हुए। यह बैठक अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के बीच होने वाली संभावित बैठक का मार्ग प्रशस्त करने का प्रयास है। ट्रंप ने हाल ही में यह घोषणा की थी कि वह और पुतिन यूक्रेन युद्ध को समाप्त करने के लिए बातचीत करने पर सहमत हो गए हैं। इसके बाद, अमेरिकी सरकार ने रूस के साथ अपने रिश्तों को नए तरीके से स्थापित करने की योजना बनाई है।
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हालांकि, इस वार्ता में यूक्रेनी अधिकारियों को शामिल नहीं किया गया। यूक्रेनी राष्ट्रपति वोलोदिमिर जेलेंस्की ने कहा कि यदि कीव को इस वार्ता में शामिल नहीं किया गया, तो उनका देश इसके परिणामों को स्वीकार नहीं करेगा। यूक्रेनी सरकार ने यह स्पष्ट किया कि वे रूस के साथ बातचीत में किसी भी तरह की संलिप्तता के लिए सहमत नहीं हैं, अगर उनका देश इस प्रक्रिया से बाहर रखा जाए। यह वार्ता यूक्रेन युद्ध के बाद अमेरिका और रूस के बीच बने तनाव को कम करने के लिए एक प्रयास मानी जा रही है। यूक्रेन में युद्ध शुरू होने के बाद, अमेरिका और रूस के रिश्ते अत्यधिक खराब हो गए थे और यह दशकों में सबसे निचले स्तर पर पहुंच गए थे।