Edited By Tanuja,Updated: 12 Mar, 2025 01:05 PM

बलूच लिबरेशन आर्मी (BLA) के आतंकियों के सीने में पाकिस्तान और चीन के खिलाफ आग धधक रही है और इसके मकसद और मांगों ने दोनों देशों की नींद उड़ा रखी है। ट्रेन हाईजैक इसी बगावत का एक ...
Peshawar: बलूच लिबरेशन आर्मी (BLA) के आतंकियों के सीने में पाकिस्तान और चीन के खिलाफ आग धधक रही है और इसके मकसद और मांगों ने दोनों देशों की नींद उड़ा रखी है। ट्रेन हाईजैक इसी बगावत का एक हिस्सा है जिसके तहत पाकिस्तान के बलूचिस्तान में मंगलवार 11 मार्च 2025 को बड़ा आतंकी हमला हुआ। बलूच लिबरेशन आर्मी (BLA) के आतंकियों ने बोलान जिले में जाफर एक्सप्रेस ट्रेन को हाईजैक कर लिया । इस घटना को BLA की पाकिस्तान-चीन के खिलाफ सीधी जंग का ऐलान भी माना जा रहा है।
यह ट्रेन क्वेटा से पेशावर जा रही थी और इसमें करीब 450 यात्री सवार थे। आतंकियों ने रेलवे ट्रैक को बारूदी विस्फोट से उड़ा दिया जिससे ट्रेन रुक गई और फिर BLA के लड़ाकों ने इसे घेरकर कब्जा जमा लिया। BLA प्रवक्ता जीयंद बलूच ने बयान जारी कर कहा कि, "हमने पाकिस्तानी सेना और पुलिस के जवानों को बंधक बना लिया है। अगर पाकिस्तानी फौज हम पर हमला करती है तो हर गोली के बदले 10 बंधकों को मौत के घाट उतार दिया जाएगा।" उन्होंने दावा किया कि BLA ने 30 से अधिक पाकिस्तानी सैनिकों को मार गिराया है।
पाकिस्तानी सेना का जवाबी ऑपरेशन
इस हमले के बाद पाकिस्तानी सेना ने बोलान इलाके में बड़ा रेस्क्यू ऑपरेशन** शुरू किया। सेना ने आतंकियों के खिलाफ हवाई हमले और ग्राउंड ऑपरेशन चलाया। सेना का दावा है कि अब तक 155 बंधकों को छुड़ा लिया गया है और 27 आतंकियों को मार गिराया गया है । लेकिन अब भी 100 से अधिक लोग बंधक हैं।
BLA का मकसद
BLA पाकिस्तान से अलग होकर एक स्वतंत्र बलूचिस्तान बनाने की मांग कर रही है। यह संगठन चीन-पाकिस्तान इकनॉमिक कॉरिडोर (CPEC) के खिलाफ भी है और इसे बलूच संसाधनों की लूट मानता है। BLA का कहना है कि पाकिस्तान बलूचिस्तान के प्राकृतिक संसाधनों का शोषण कर रहा है और स्थानीय लोगों को बुनियादी सुविधाएं भी नहीं मिलतीं ।
कैसे हुआ हमला? पूरी घटना का टाइमलाइन
- 11 मार्च, सुबह 9:00 बजे क्वेटा से जाफर एक्सप्रेस रवाना हुई।
- दोपहर 1:30 बजे – बोलान जिले के माशकाफ सुरंग नंबर-8 के पास हमला हुआ।
- BLA ने विस्फोट कर रेलवे ट्रैक को उड़ा दिया।
- दोपहर 2:00 बजे आतंकियों ने ट्रेन को हाईजैक कर लिया और यात्रियों को बंधक बना लिया।
- शाम 5:00 बजे पाकिस्तानी सेना का रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू। आतंकियों और सेना के बीच भारी गोलीबारी हुई।
- रात 10:00 बजे* BLA ने 48 घंटे का अल्टीमेटम जारी किया, कहा- "अगर हम पर हमला हुआ तो बंधकों को मार देंगे।"
- 12 मार्च, सुबह 7:00 बजे पाकिस्तानी सेना ने पहला हवाई हमला किया, BLA ने जवाबी गोलीबारी की।
- सुबह 10:00 बजे 155 बंधकों को छुड़ाया गया, 27 आतंकी ढेर।
ये हैं BLA की मांगे ः बलूच लिबरेशन आर्मी (BLA) ने पाकिस्तान सरकार के सामने तीन बड़ी मांगें रखी हैं और चेतावनी दी है कि अगर इन शर्तों को पूरा नहीं किया गया, तो बंधकों को मार दिया जाएगा ।
1. कैदियों की रिहाई
BLA ने पाकिस्तान की जेलों में बंद अपने सैकड़ों लड़ाकों और नेताओं की रिहाई की मांग की है। उनका कहना है कि पाकिस्तानी सेना ने बलूच कार्यकर्ताओं और स्वतंत्रता सेनानियों को अवैध रूप से गिरफ्तार कर रखा है और अब उन्हें बिना शर्त रिहा किया जाए ।
2. बलूचिस्तान में सैन्य ऑपरेशन बंद हो
BLA का आरोप है कि पाकिस्तान सेना बलूच नागरिकों पर अत्याचार कर रही है और लगातार हवाई हमले, सैन्य कार्रवाई और जबरन गायब करने की घटनाएं हो रही हैं। संगठन ने मांग की है कि पाकिस्तान सरकार बलूचिस्तान में सैन्य ऑपरेशन तुरंत बंद करे और सेना को वापस बुलाए।
3. बलूचिस्तान को स्वतंत्रता दी जाए
BLA का सबसे बड़ा लक्ष्य स्वतंत्र बलूचिस्तान बनाना है। उनका कहना है कि पाकिस्तान बलूचिस्तान के प्राकृतिक संसाधनों का शोषण कर रहा है जबकि वहां के लोगों को बुनियादी सुविधाएं तक नहीं मिलतीं । BLA ने मांग की है कि पाकिस्तान बलूचिस्तान की आजादी को स्वीकार करे और वहां से अपनी सेना और प्रशासन को हटा ले।
48 घंटे का अल्टीमेटम
BLA के प्रवक्ता जीयंद बलूच ने कहा है कि अगर 48 घंटे के अंदर इन मांगों पर अमल नहीं किया गया तो हर घंटे 10 बंधकों को मार दिया जाएगा । उन्होंने यह भी दावा किया कि पाकिस्तानी सेना अगर ड्रोन हमले या गोलीबारी जारी रखेगी, तो इसका अंजाम और भी भयानक होगा।
चीन की खिलाफत क्यों?
बलूचिस्तान लिबरेशन आर्मी (BLA) ने हाल के वर्षों में चीन के खिलाफ कई हमले किए हैं, विशेष रूप से चीन-पाकिस्तान आर्थिक गलियारे (CPEC) से जुड़े परियोजनाओं और चीनी नागरिकों को निशाना बनाया है। BLA का मानना है कि CPEC परियोजनाएं बलूचिस्तान के संसाधनों का शोषण करती हैं और स्थानीय समुदायों के हितों के खिलाफ हैं। इन हमलों के माध्यम से, BLA ने स्पष्ट किया है कि वे बलूचिस्तान में चीनी उपस्थिति और निवेश का विरोध करते हैं, जिसे वे अपने क्षेत्र और संसाधनों पर अतिक्रमण मानते हैं। BLA के अनुसार, उनके हमले बलूच लोगों के अधिकारों और संसाधनों की रक्षा के लिए हैं, जो वे मानते हैं कि CPEC के माध्यम से खतरे में हैं।
BLA के चीन विरोधी हमलों के प्रमुख उदाहरण
- अगस्त 2018: BLA ने ग्वादर में चीनी इंजीनियरों के काफिले पर आत्मघाती हमला किया, जिसमें कई चीनी नागरिक घायल हुए।
- नवंबर 2018: कराची में चीनी वाणिज्य दूतावास पर BLA ने हमला किया, जिसमें दो पुलिसकर्मी और दो नागरिक मारे गए।
- मई 2019: ग्वादर में पर्ल कॉन्टिनेंटल होटल पर BLA ने हमला किया, जहां चीनी और अन्य विदेशी मेहमान ठहरे हुए थे; इस हमले में पांच लोग मारे गए।
- जून 2020: कराची स्टॉक एक्सचेंज पर हमला, जिसे BLA ने अंजाम दिया; इस एक्सचेंज में चीनी कंपनियों की भी हिस्सेदारी है।