Edited By Harman Kaur,Updated: 25 Mar, 2025 02:52 PM

अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की कैबिनेट की एक बड़ी चूक सामने आई है, जिसमें यमन में हूती विद्रोहियों पर हमले की संवेदनशील योजना एक पत्रकार को लीक हो गई। आरोप है कि ट्रंप के कैबिनेट के उच्च अधिकारियों ने एक मैसेजिंग ऐप पर एक ग्रुप बनाया था, जिसमें...
इंटरनेशनल डेस्क: अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की कैबिनेट की एक बड़ी चूक सामने आई है, जिसमें यमन में हूती विद्रोहियों पर हमले की संवेदनशील योजना एक पत्रकार को लीक हो गई। आरोप है कि ट्रंप के कैबिनेट के उच्च अधिकारियों ने एक मैसेजिंग ऐप पर एक ग्रुप बनाया था, जिसमें हूती विद्रोहियों पर हमले की पूरी योजना शेयर की जा रही थी। इस ग्रुप में हमले का समय, हथियारों का विवरण और हमला करने का तरीका शामिल था।
यह घटना कैसे सामने आई?
अमेरिकी राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार (NSA) माइक वॉल्ट्ज ने 11 मार्च को मैसेजिंग ऐप Signal पर "The Atlantic" मैगजीन के एडिटर इन चीफ जेफरी गोल्डबर्ग को ग्रुप में जोड़ने की रिक्वेस्ट भेजी। Signal एक एन्क्रिप्टेड मैसेजिंग ऐप है, जो पत्रकारों के बीच काफी लोकप्रिय है। गोल्डबर्ग ने शुरुआत में इसे नजरअंदाज किया, क्योंकि उन्हें नहीं पता था कि यह NSA के माइक वॉल्ट्ज द्वारा भेजा गया था। लेकिन बाद में उन्हें एहसास हुआ कि वह ट्रंप कैबिनेट के कुछ बड़े अधिकारियों के साथ इस ग्रुप में शामिल हो गए थे।
'हमले के बारे में 2 घंटे पहले ही पता चल गया था... '
गोल्डबर्ग ने बताया कि 13 मार्च को उन्हें इस ग्रुप में शामिल होने के बाद यह जानकारी मिली कि हूती विद्रोहियों पर हमला करने की योजना बनाई जा रही है। इसके बाद, रक्षा मंत्री पीट हेगसेथ ने 15 मार्च को सुबह 11:44 बजे इस हमले का पूरा वॉर प्लान ग्रुप पर भेजा। गोल्डबर्ग के अनुसार, उन्हें हमले के बारे में 2 घंटे पहले ही पता चल गया था।
ट्रंप की प्रतिक्रिया
जब इस मामले पर राष्ट्रपति ट्रंप से सवाल किया गया, तो उन्होंने कहा कि उन्हें इस बारे में कोई जानकारी नहीं है। साथ ही, उन्होंने "The Atlantic" मैगजीन पर भी टिप्पणी करते हुए कहा कि वह इसके फैन नहीं हैं और उनके लिए "The Atlantic" एक ऐसी मैगजीन है जो बंद होने वाली है।
रक्षा मंत्री का खंडन
इस मामले पर रक्षा मंत्री पीट हेगसेथ ने सभी आरोपों को नकारते हुए कहा कि यह एक धोखेबाज और बदनाम पत्रकार द्वारा फैलाए गए झूठे आरोप हैं। उन्होंने यह भी कहा कि "किसी ने भी वॉर प्लान के बारे में मैसेज नहीं भेजा था और वह इस पर कोई और टिप्पणी नहीं करना चाहते।"