Edited By Tanuja,Updated: 03 Dec, 2024 11:27 AM
अमेरिका के नव-निर्वाचित राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने गाजा में हमास द्वारा बंधक बनाए गए इजरायली नागरिकों की रिहाई पर कड़ा रुख अपनाते हुए चेतावनी दी है कि ...
Washington: अमेरिका के नव-निर्वाचित राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने गाजा में हमास द्वारा बंधक बनाए गए इजरायली नागरिकों की रिहाई पर कड़ा रुख अपनाते हुए चेतावनी दी है कि अगर 20 जनवरी, 2025 को उनके पदभार ग्रहण करने से पहले इन बंधकों को रिहा नहीं किया गया, तो इसके गंभीर परिणाम होंगे। ट्रंप के इस बयान ने पहले से ही संवेदनशील मध्य-पूर्व के हालात को और तनावपूर्ण बना दिया है। सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ट्रुथ सोशल पर अपने बयान में ट्रंप ने कहा "बंधकों को तुरंत रिहा किया जाना चाहिए। ट्रंप ने कहा कि यदि जिस दिन मैं राष्ट्रपति पद की शपथ लूंगा, तो मानवता के खिलाफ इन अपराधों को अंजाम देने वालों को भारी कीमत चुकानी पड़ेगी। जिम्मेदार लोगों को अमेरिका के इतिहास में अब तक के सबसे कठोर दंड का सामना करना पड़ेगा।"
यह बयान ट्रंप के इस दृढ़ विश्वास को दर्शाता है कि बंधकों की रिहाई के लिए कड़े कदम उठाने की आवश्यकता है। हालांकि, ट्रंप ने यह स्पष्ट नहीं किया कि इस "भारी कीमत" में क्या शामिल होगा या क्या इसमें अमेरिकी सेना की प्रत्यक्ष भागीदारी हो सकती है। ट्रंप का यह बयान ऐसे समय में आया है जब उनके सहयोगियों द्वारा यह संकेत दिया गया है कि नव-निर्वाचित राष्ट्रपति गाजा में युद्धविराम और बंधकों की रिहाई के लिए प्रयास कर रहे हैं। सीनेटर लिंडसे ग्राहम, जो ट्रंप के करीबी माने जाते हैं, ने कहा कि ट्रंप युद्धविराम के पक्ष में हैं जिसमें बंधकों की रिहाई शामिल हो। ट्रंप का यह रुख, जो पहले गाजा में "हमास को समाप्त" करने की ओर झुका हुआ था, अब कूटनीतिक समाधान की दिशा में जाता दिख रहा है।
इजरायल और ट्रंप की नीति
- अपने पहले कार्यकाल (2017-2021) में, ट्रंप ने इजरायल को अमेरिका का मजबूत सहयोगी बनाए रखा।
- अमेरिकी दूतावास को *तेल अवीव से यरुशलम स्थानांतरित किया।
- गोलान हाइट्स पर इजरायल की संप्रभुता को मान्यता दी।
- अरब देशों और इजरायल के बीच सामान्यीकरण समझौतों को बढ़ावा दिया।
- ट्रंप ने अपने दूसरे कार्यकाल के लिए इजरायल समर्थक अधिकारियों को चुना है, जैसे माइक हुकाबी को इजरायल में राजदूत और मार्को रुबियो को विदेश मंत्री बनाया है।
राष्ट्रपति इसहाक ने ट्रंप को कहा धन्यवाद
हमास ने कई बार यह प्रस्ताव रखा है कि गाजा में बंदियों की रिहाई के बदले युद्ध समाप्त किया जाए। इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने यह स्पष्ट कर दिया है कि युद्ध तब तक जारी रहेगा जब तक हमास पूरी तरह पराजित नहीं हो जाता। इस बीच राष्ट्रपति इसहाक हर्ज़ोग * ने ट्रंप के बयान की सराहना करते हुए कहा कि "धन्यवाद और आशीर्वाद, श्रीमान राष्ट्रपति-चुनाव @realDonaldTrump। हम सभी अपने बंधुओं और बहनों को घर लौटते देखने के लिए प्रार्थना कर रहे हैं।"
युद्ध में अमेरिका की भूमिका
बता दें कि हमास और इजराइल के बीच यह युद्ध लगभग 15 महीने से चल रहा है। इस संघर्ष के दौरान हमास ने इजराइली नागरिकों और सैनिकों को बंधक बना लिया है। इजराइल ने गाजा पर हमले तेज करते हुए हमास के ठिकानों पर बड़े पैमाने पर हवाई और जमीनी कार्रवाई की है। इस संघर्ष में बड़ी संख्या में नागरिक हताहत हुए हैं, और यह क्षेत्रीय स्थिरता के लिए एक गंभीर संकट बना हुआ है।अमेरिका ने इस युद्ध के दौरान इजराइल को महत्वपूर्ण सैन्य और कूटनीतिक समर्थन दिया है। राष्ट्रपति जो बाइडन के प्रशासन ने इजराइल को उन्नत हथियार प्रणाली, रक्षा उपकरण और मानवीय सहायता प्रदान की है।
ट्रंप की चेतावनी से यह सवाल उठ रहा है कि उनके कार्यकाल में अमेरिका की रणनीति क्या होगी। उधर, हमास को बंधकों को रिहा करने के लिए लगातार अंतरराष्ट्रीय दबाव का सामना करना पड़ रहा है। संयुक्त राष्ट्र और अन्य वैश्विक संगठनों ने भी गाजा में संघर्ष विराम और बंधकों की रिहाई की अपील की है। विश्लेषकों का मानना है कि ट्रंप का बयान उनके आगामी प्रशासन की नीति की झलक हो सकता है।