Edited By Tanuja,Updated: 11 Feb, 2025 01:20 PM
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने गाजा को लेकर एक बड़ा बयान दिया है, जिससे अंतर्राष्ट्रीय राजनीति में हलचल मच गई है। उन्होंने कहा कि गाजा पट्टी एक शानदार रियल एस्टेट साइट है, जिसका
Washington: अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप (Donald Trump) ने गाजा (Gaza) को लेकर एक बड़ा बयान दिया है, जिससे अंतर्राष्ट्रीय राजनीति में हलचल मच गई है। उन्होंने कहा कि गाजा पट्टी एक शानदार रियल एस्टेट साइट है, जिसका अमेरिका के नियंत्रण में तेजी से विकास किया जा सकता है। ट्रंप का कहना है कि कम बजट में भी इस इलाके का बेहतरीन विकास संभव है, और वह इसकी पूरी जिम्मेदारी लेंगे। ट्रंप ने कहा कि गाजा से फिलिस्तीनियों को बाहर निकालना होगा और उन्हें दोबारा लौटने की अनुमति नहीं दी जाएगी। यह बयान चौंकाने वाला है, क्योंकि पहले उनके प्रशासन के सहयोगियों ने कहा था कि यह अस्थायी निकासी होगी और हालात सुधरने पर फिलिस्तीनी वापस आ सकेंगे।
लेकिन अब ट्रंप ने स्पष्ट कर दिया है कि गाजा पर अमेरिकी नियंत्रण रहेगा और वहां फिलिस्तीनियों की वापसी नहीं होगी। ट्रंप के इस बयान के बाद इस्लामिक जगत में भारी नाराजगी देखी जा रही है। कई देशों ने इसे गाजा के लोगों के खिलाफ एक नस्लीय सफाए की योजना बताया है। ट्रंप का कहना है कि गाजा को विकसित करने के बाद इसे मध्य पूर्व के विभिन्न देशों में बांट दिया जाएगा। ट्रंप ने कहा कि गाजा से हमास को पूरी तरह खत्म कर दिया जाएगा और उसे दोबारा वहां लौटने नहीं दिया जाएगा। उन्होंने यह भी दावा किया कि हमास की कैद से छूटे इजरायली नागरिकों की हालत ऐसी थी, जैसे वे होलोकॉस्ट से निकले हों।
ट्रंप ने हमास को चेतावनी दी कि अगर शनिवार तक सभी बंधकों को रिहा नहीं किया गया, तो गाजा को पूरी तरह तबाह कर दिया जाएगा। हाल ही में इजरायली प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने अमेरिका का दौरा किया था, जहां उन्होंने डोनाल्ड ट्रंप से लंबी चर्चा की। ट्रंप के सत्ता में वापसी की संभावनाओं के बीच उनकी नेतन्याहू से यह मुलाकात महत्वपूर्ण मानी जा रही है। ट्रंप पहले भी बाइडेन प्रशासन पर हमास के प्रति नरमी बरतने का आरोप लगा चुके हैं। ट्रंप के इस बयान ने गाजा संकट को और जटिल बना दिया है। अब यह देखना दिलचस्प होगा कि अंतरराष्ट्रीय समुदाय और अमेरिकी प्रशासन इस पर क्या रुख अपनाते हैं।