ट्रंप ने फिर दोहराई ग्रीनलैंड पर कब्जा करने की बात, PM एगेडे बोले- ऐसे मंसूबे पालना ठीक नहीं

Edited By Harman Kaur,Updated: 27 Mar, 2025 05:44 PM

trump reiterated his intention to annex greenland

अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने बुधवार को एक बार फिर दावा किया कि ग्रीनलैंड जल्द ही अमेरिका के कब्जे में होगा। ट्रंप ने एक पॉडकास्ट में कहा कि ग्रीनलैंड पर अमेरिकी अधिकार अंतरराष्ट्रीय शांति के लिए जरूरी हैं। इस बयान पर ग्रीनलैंड के कार्यवाहक...

इंटरनेशनल डेस्क: अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने बुधवार को एक बार फिर दावा किया कि ग्रीनलैंड जल्द ही अमेरिका के कब्जे में होगा। ट्रंप ने एक पॉडकास्ट में कहा कि ग्रीनलैंड पर अमेरिकी अधिकार अंतरराष्ट्रीय शांति के लिए जरूरी हैं। इस बयान पर ग्रीनलैंड के कार्यवाहक प्रधानमंत्री म्युटे एगेडे ने पलटवार करते हुए कहा कि ट्रंप को इस प्रकार के विचार नहीं पालने चाहिए।

इस बीच, अमेरिकी उप राष्ट्रपति जेडी वेंस और उनकी पत्नी उषा वेंस ग्रीनलैंड दौरे को लेकर सियासी बवाल बढ़ गया है। एगेडे ने कहा कि यह दौरा ग्रीनलैंड की संप्रभुता पर एक और हमला है। हालांकि, ग्रीनलैंड के विरोध के बाद उषा वेंस अब केवल पिटुफिक में अमेरिकी स्पेस बेस का दौरा करेंगी, जबकि पहले उनका कार्यक्रम नुक में डॉग स्लेज रेस देखने का था, जो आखिरी समय में रद्द कर दिया गया। गौरतलब है कि ग्रीनलैंड, डेनमार्क के अधीन एक स्वायत्त देश है।

ट्रम्प ग्रीनलैंड पर क्यों कब्जा करना चाहते हैं?
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने ग्रीनलैंड पर कब्जे की इच्छा को लेकर पहले ही सार्वजनिक रूप से बयान दिया था। सवाल यह है कि ट्रम्प ग्रीनलैंड को क्यों हासिल करना चाहते हैं? इसके चार प्रमुख कारण हैं:-

रणनीतिक महत्व
ग्रीनलैंड, दुनिया का सबसे बड़ा द्वीप है और इसका एक बड़ा हिस्सा आर्कटिक सर्कल में स्थित है। यह क्षेत्र प्राकृतिक संसाधनों और वैश्विक व्यापार मार्गों के कारण रणनीतिक दृष्टि से महत्वपूर्ण है। आर्कटिक सर्कल में पारंपरिक रूप से रूस का दबदबा रहा है।

सैन्य दृष्टिकोण से महत्व
ग्रीनलैंड में अमेरिका का पिटुफिक स्पेस बेस है, जो मिसाइल डिफेंस और अंतरिक्ष निगरानी के लिए महत्वपूर्ण है। ट्रम्प प्रशासन इसे 'गोल्डन डोम' मिसाइल डिफेंस सिस्टम का हिस्सा बनाना चाहता है, जो अमेरिका को संभावित हमलों से बचाएगा।

खनिज और ऊर्जा संसाधन
ग्रीनलैंड में अज्ञात तेल के 13% और प्राकृतिक गैस के 30% भंडार हैं। इसके अलावा, यहां कोबाल्ट, निकल, तांबा, लिथियम और जिरकोनियम जैसे दुर्लभ खनिज मिलते हैं, जो फोन, इलेक्ट्रिक वाहन और बैटरियों के निर्माण में उपयोग होते हैं।

जलवायु परिवर्तन
जलवायु परिवर्तन के कारण ग्रीनलैंड की बर्फ पिघल रही है। पिछले 30 सालों में ग्रीनलैंड की 11,000 वर्ग मील बर्फ पिघल चुकी है, जिससे खनिज खनन और व्यापारिक मार्गों का विस्तार आसान हो सकता है। यह भी ट्रम्प के लिए ग्रीनलैंड को नियंत्रित करने का एक बड़ा कारण है।

Related Story

Trending Topics

IPL
Kolkata Knight Riders

174/8

20.0

Royal Challengers Bangalore

177/3

16.2

Royal Challengers Bengaluru win by 7 wickets

RR 8.70
img title
img title

Be on the top of everything happening around the world.

Try Premium Service.

Subscribe Now!