Edited By Tanuja,Updated: 03 Feb, 2025 06:35 PM
अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने कनाडा और चीन पर टैरिफ लगाने के बाद अब यूरोपीय संघ (EU) पर भी कड़े व्यापारिक प्रतिबंध लगाने की तैयारी कर ली है। उन्होंने साफ कहा कि अमेरिका लंबे समय से व्यापार घाटे में...
Washington: अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने कनाडा और चीन पर टैरिफ लगाने के बाद अब यूरोपीय संघ (EU) पर भी कड़े व्यापारिक प्रतिबंध लगाने की तैयारी कर ली है। उन्होंने साफ कहा कि अमेरिका लंबे समय से व्यापार घाटे में है और अब वह इस असंतुलन को खत्म करेंगे। ट्रंप ने कहा, "हम यूरोपीय संघ पर भी टैरिफ लगाएंगे क्योंकि उन्होंने सालों से हमारा फायदा उठाया है। मैं तारीख नहीं बता रहा, लेकिन यह बहुत जल्द होगा।" ट्रंप का कहना है कि अमेरिका कुल 27 देशों के साथ व्यापार घाटे में है, जिसमें यूरोपीय संघ प्रमुख रूप से शामिल है।
इससे पहले, ट्रंप ने मेक्सिको और कनाडा के आयात पर 25% टैरिफ लगाया था और चीन पर अतिरिक्त 10% शुल्क बढ़ाया था। उनका मानना है कि अमेरिका को आर्थिक रूप से मजबूत करने के लिए यह जरूरी कदम है। ट्रंप ने कहा, "यूरोप हमारे साथ व्यापार करके आगे बढ़ रहा है, लेकिन हमें कोई लाभ नहीं मिल रहा। अब अमेरिका को फिर से महान बनाने के लिए यह कदम उठाना जरूरी है।" विशेषज्ञों का मानना है कि उनके इस फैसले से अमेरिका में महंगाई बढ़ सकती है और आर्थिक विकास प्रभावित हो सकता है। डोनाल्ड ट्रंप ने यूरोपीय देशों की सैन्य निर्भरता पर भी सवाल उठाते हुए कहा कि "यूरोप को अपनी सुरक्षा के लिए खुद खर्च करना चाहिए। वे अमेरिका के भरोसे कब तक रहेंगे?" उन्होंने यूरोपीय देशों से अपने डिफेंस बजट बढ़ाने और अपने हथियार खुद खरीदने का आग्रह किया।
यूरोपीय संघ (EU) ने भी कड़ा रुख अपनाते हुए कहा है कि अगर अमेरिका व्यापार प्रतिबंध लगाता है, तो वे भी जवाबी कदम उठाएंगे। ट्रंप प्रशासन ने साउथ अफ्रीका को मिलने वाली अमेरिकी फंडिंग पर भी रोक लगा दी है। ट्रंप का कहना है कि "इस देश में एक खास वर्ग के साथ गलत व्यवहार हो रहा है, जब तक इसकी जांच पूरी नहीं हो जाती, तब तक कोई फंडिंग नहीं दी जाएगी।" टेस्ला के सीईओ एलन मस्क ने भी ट्रंप के इस एजेंडे का समर्थन किया है। उन्होंने कहा था कि "अमेरिका की तरह ही यूरोप को भी एक अभियान चलाना चाहिए 'मेक यूरोप ग्रेट अगेन'।" ट्रंप का कहना है कि "अमेरिकियों को इन फैसलों से कुछ समय के लिए परेशानी हो सकती है, लेकिन यह अमेरिका के भविष्य के लिए जरूरी है।" उन्होंने अपने समर्थकों से कहा कि "जो भी अमेरिका से प्यार करता है, वह हमारे फैसलों के साथ रहेगा।"