Edited By Tanuja,Updated: 24 Dec, 2024 03:29 PM
अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने 2019 में ग्रीनलैंड को अमेरिकी नियंत्रण में लेने का प्रस्ताव रखा था, और अब एक बार फिर उन्होंने इस मुद्दे पर अपनी राय व्यक्त की...
Washington: अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ( Donald Trump ) ने 2019 में ग्रीनलैंड (Greenland) को अमेरिकी नियंत्रण में लेने का प्रस्ताव रखा था, और अब एक बार फिर उन्होंने इस मुद्दे पर अपनी राय व्यक्त की है। ट्रम्प का कहना है कि ग्रीनलैंड पर अमेरिकी नियंत्रण राष्ट्रीय सुरक्षा और वैश्विक स्वतंत्रता के लिए आवश्यक है। ग्रीनलैंड, जो डेनमार्क का एक स्वायत्त क्षेत्र है, ने ट्रम्प के इस प्रस्ताव को सख्ती से खारिज करते हुए कहा कि "हम बिकाऊ नहीं हैं और न कभी होंगे। हमें अपनी स्वतंत्रता के लिए किए गए संघर्ष को खोने का कोई कारण नहीं है।" ग्रीनलैंड के प्रधानमंत्री म्यूट एगेडे ने यह बयान दिया।
यह पहली बार नहीं है कि ट्रम्प ने ग्रीनलैंड को खरीदने की इच्छा जताई है। इससे पहले, 2019 में भी उन्होंने ग्रीनलैंड को खरीदने का प्रस्ताव डेनमार्क ( Denmark) को दिया था, जिसे डेनमार्क ने अस्वीकार कर दिया था। ग्रीनलैंड, जो दुनिया का सबसे बड़ा द्वीप है, लगभग 21 लाख वर्ग किलोमीटर में फैला हुआ है। यहां की अधिकांश भूमि बर्फ से ढकी हुई है, और यह जलवायु परिवर्तन से जूझ रहा है। ग्रीनलैंड में कई महत्वपूर्ण खनिज जैसे नियोडायनियम, प्रासियोडायमियम, और यूरेनियम हैं, जो इलेक्ट्रिक वाहनों के निर्माण के लिए जरूरी हैं। इसके अलावा, यहां की बढ़ती सामरिक और आर्थिक अहमियत के कारण कई देश, विशेषकर चीन, खनन कार्यों में भागीदार हैं।
यह कोई पहला मौका नहीं है जब अमेरिका ने ग्रीनलैंड को खरीदने की इच्छा जताई है। 1946 में अमेरिकी राष्ट्रपति हैरी ट्रूमैन ने भी डेनमार्क से ग्रीनलैंड को 10 करोड़ डॉलर में खरीदने का प्रस्ताव दिया था। अभी ग्रीनलैंड में अमेरिकी वायुसेना का एक अड्डा है, जहां करीब 600 सैनिक तैनात हैं। ट्रम्प ने हाल ही में पनामा नहर को फिर से अमेरिकी नियंत्रण में लेने की भी धमकी दी थी, जिसे पनामा के राष्ट्रपति ने सख्त प्रतिक्रिया देते हुए कहा था कि "पनामा की स्वतंत्रता से कोई समझौता नहीं किया जाएगा।"