Edited By Tanuja,Updated: 11 Nov, 2024 11:57 AM
अमेरिका के नवनिर्वाचित राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप (Dinald Trump) ने रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन (Russian President Vladimir Putin ) से फोन पर बात की और यूक्रेन (Ukraine) में युद्ध समाप्त करने सहित कई अन्य महत्वपूर्ण विषयों पर चर्चा की...
Washington: अमेरिका के नवनिर्वाचित राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप (Dinald Trump) ने रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन (Russian President Vladimir Putin ) से फोन पर बात की और यूक्रेन (Ukraine) में युद्ध समाप्त करने सहित कई अन्य महत्वपूर्ण विषयों पर चर्चा की। रविवार को एक मीडिया रिपोर्ट से यह जानकारी मिली। हाल में राष्ट्रपति चुनाव जीतने के बाद ट्रंप ने 70 से ज्यादा विश्व नेताओं से बात की है। इनमें भारत के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी (Prime Minister Narendra Modi) और इजराइल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू शामिल हैं। ‘वाशिंगटन पोस्ट' की एक विशेष रिपोर्ट में कहा गया है, ‘‘दोनों नेताओं ने यूरोप महाद्वीप में शांति के लक्ष्य को लेकर चर्चा की और ट्रंप ने यूक्रेन युद्ध के शीघ्र समाधान पर चर्चा करने के लिए आगामी बातचीत में शामिल होने में अपनी रुचि व्यक्त की।''
अखबार ने कहा, ‘‘पुतिन के साथ ट्रंप की फोन पर हुई बातचीत से अवगत एक पूर्व अमेरिकी अधिकारी ने कहा कि ट्रंप संभवतः रूस के आक्रमण के कारण यूक्रेन में फिर किसी नए संकट के साथ व्हाइट हाउस (अमेरिकी राष्ट्रपति का आधिकारिक कार्यालय एवं आवास) में जाना नहीं चाहते हैं।'' ट्रंप 20 जनवरी 2025 को अमेरिका के 47वें राष्ट्रपति के रूप में शपथ लेने वाले हैं। यूक्रेन को ट्रंप-पुतिन की फोन पर हुई बातचीत के बारे में सूचित कर दिया गया है। ‘वाशिंगटन पोस्ट' की रिपोर्ट के अनुसार, ‘‘ट्रंप ने फ्लोरिडा स्थित अपने रिजॉर्ट से पुतिन के साथ यह बातचीत की। दोनों नेताओं के बीच हुई बातचीत से अवगत व्यक्ति ने नाम नहीं जाहिर करने की शर्त पर बताया कि ट्रंप ने इस बातचीत के दौरान रूसी राष्ट्रपति को यूक्रेन में युद्ध को और नहीं बढ़ाने की सलाह दी तथा उन्हें यूरोप में वाशिंगटन की बड़ी सैन्य उपस्थिति की याद दिलाई।''
इस बीच, ट्रंप के संचार निदेशक स्टीवन चेउंग ने कहा कि वह नवनिर्वाचित राष्ट्रपति ट्रंप और अन्य विश्व नेताओं के बीच निजी स्तर पर हुई बातचीत के बारे में कोई टिप्पणी नहीं करेंगे। चेउंग ने कहा, ‘‘नवनिर्वाचित राष्ट्रपति ट्रंप ने ऐतिहासिक चुनाव में निर्णायक जीत हासिल की है और दुनिया भर के नेता जानते हैं कि अमेरिका विश्व मंच पर वर्चस्व हासिल करेगा। यही कारण है कि नेताओं ने 45वें और 47वें राष्ट्रपति के साथ मजबूत संबंध विकसित करने की प्रक्रिया शुरू कर दी है, क्योंकि वह वैश्विक शांति और स्थिरता का प्रतिनिधित्व करते हैं।''