Edited By Pardeep,Updated: 27 Mar, 2025 10:10 PM

अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने गुरुवार को चेतावनी दी कि यदि यूरोपीय संघ (EU) और कनाडा संयुक्त रूप से "अमेरिका को आर्थिक नुकसान पहुंचाने" का प्रयास करते हैं, तो उन पर वर्तमान में लागू किए जा रहे टैरिफ से कहीं अधिक भारी टैरिफ लगाए जा सकते हैं।
इंटरनेशनल डेस्कः अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने गुरुवार को चेतावनी दी कि यदि यूरोपीय संघ (EU) और कनाडा संयुक्त रूप से "अमेरिका को आर्थिक नुकसान पहुंचाने" का प्रयास करते हैं, तो उन पर वर्तमान में लागू किए जा रहे टैरिफ से कहीं अधिक भारी टैरिफ लगाए जा सकते हैं। ट्रंप ने यह बयान अपनी सोशल मीडिया प्लेटफ़ॉर्म 'ट्रुथ सोशल' पर दिया, जिसमें उन्होंने स्पष्ट किया कि वह अमेरिका के सर्वोत्तम हितों की रक्षा के लिए हर कदम उठाएंगे।
ट्रंप ने कहा, "यदि यूरोपीय संघ और कनाडा मिलकर अमेरिका को नुकसान पहुंचाने का काम करते हैं, तो हम उन पर इस समय तय किए गए टैरिफ से कहीं अधिक भारी शुल्क लगाएंगे। यह अमेरिका के व्यापारिक साझेदारों के साथ अपने रिश्तों की रक्षा करने के लिए आवश्यक कदम होगा।"
बुधवार को, ट्रंप प्रशासन ने आयातित वाहनों पर 25% का टैरिफ लगाने की घोषणा की, जिसके बाद वैश्विक व्यापार में हलचल मच गई और प्रमुख अमेरिकी सहयोगी देशों ने इसका विरोध किया। यह कदम ट्रंप के लिए अमेरिकी व्यापार घाटे को कम करने की दिशा में एक और प्रयास प्रतीत होता है, लेकिन इसके परिणामस्वरूप व्यापार युद्ध और व्यापारिक तनाव की स्थिति बढ़ सकती है।
यूरोपीय आयोग की अध्यक्ष उर्सुला वॉन डेर लेयेन ने इस निर्णय पर आलोचना करते हुए इसे "व्यापार के लिए नकारात्मक और उपभोक्ताओं के लिए और भी अधिक नुकसानकारी" करार दिया। उन्होंने कहा कि यह कदम वैश्विक व्यापार के नियमों और व्यवस्था को कमजोर कर सकता है।
कनाडा के प्रधानमंत्री मार्क कार्नी ने भी ट्रंप के फैसले की कड़ी निंदा की और इसे कनाडाई श्रमिकों पर "प्रत्यक्ष हमला" बताया। उन्होंने स्पष्ट किया कि कनाडा ऐसे टैरिफ के खिलाफ जवाबी कदम उठाने पर विचार कर रहा है और वे इस बारे में गंभीरता से रणनीति बना रहे हैं।
ये नए शुल्क 3 अप्रैल से लागू होंगे और इसके साथ ही ट्रंप ने अपनी योजना का भी खुलासा किया है कि वह अमेरिका के व्यापार घाटे के लिए जिम्मेदार देशों पर विशेष रूप से प्रतिशोधात्मक शुल्क लगाने का इरादा रखते हैं। नए शुल्क स्टील और एल्युमीनियम के अतिरिक्त हैं, जिन पर पहले से शुल्क लगाए जा चुके हैं और यह कदम अमेरिका के साझेदार देशों जैसे चीन, कनाडा और मैक्सिको से आने वाली वस्तुओं पर लागू होंगे।
यह फैसला न केवल वैश्विक व्यापार व्यवस्था को प्रभावित कर सकता है, बल्कि इसके परिणामस्वरूप अमेरिकी और वैश्विक उपभोक्ताओं पर भी दबाव बढ़ सकता है क्योंकि इन शुल्कों के कारण वस्तुओं की कीमतें बढ़ सकती हैं।