Edited By Tanuja,Updated: 14 Sep, 2024 11:17 AM
![uk pm and biden discuss allowing ukraine s use of lr missiles](https://img.punjabkesari.in/multimedia/914/0/0X0/0/static.punjabkesari.in/2024_9image_11_08_502060786russia-ll.jpg)
यूक्रेन को रूस पर लंबी दूरी तक हमला करने वाली मिसाइलों के इस्तेमाल की इजाजत मिल सकती है। CNN की रिपोर्ट के अनुसार,..
International Desk: यूक्रेन को रूस पर लंबी दूरी तक हमला करने वाली मिसाइलों के इस्तेमाल की इजाजत मिल सकती है। CNN की रिपोर्ट के अनुसार, अमेरिका और ब्रिटेन इस पर विचार कर रहे हैं। अब तक इस तरह के हथियारों के उपयोग पर प्रतिबंध था, लेकिन यह पाबंदी जल्द हट सकती है। रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने इस पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा है कि अगर यूक्रेन को ऐसी मिसाइलों का उपयोग करने की अनुमति दी जाती है, तो इसे NATO द्वारा रूस के खिलाफ युद्ध में शामिल होने के रूप में देखा जाएगा। पुतिन ने चेतावनी दी कि इसका कड़ा जवाब दिया जाएगा।
उन्होंने यह भी कहा कि यूक्रेन इन हथियारों का इस्तेमाल यूरोपीय या अमेरिकी सैटेलाइट की मदद के बिना नहीं कर सकता, क्योंकि यूक्रेन के पास इस तकनीक की कमी है। पुतिन का कहना है कि NATO के प्रशिक्षित सैन्यकर्मी ही इन मिसाइल सिस्टम्स का सही उपयोग कर सकते हैं, और यूक्रेनी सैनिक इसके संचालन में सक्षम नहीं हैं। हाल ही में, अमेरिकी विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन और ब्रिटिश विदेश मंत्री डेविड लैमी 11 सितंबर को यूक्रेन के दौरे पर गए थे, जिसके बाद यह चर्चा तेज हुई है। शुक्रवार को ब्रिटिश प्रधानमंत्री कीर स्टार्मर और अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन के बीच व्हाइट हाउस में एक बैठक होनी है, जिसमें इस प्रतिबंध को हटाने पर विचार किया जाएगा।
ब्लिंकन ने यह संकेत दिया था कि अमेरिका रूस के अंदर यूक्रेन द्वारा लंबी दूरी की मिसाइलों के इस्तेमाल पर लगे प्रतिबंध को हटाने पर विचार कर रहा है, खासकर जब रूस ईरान से बैलिस्टिक मिसाइल प्राप्त कर रहा है। यूक्रेन लंबे समय से इस इजाजत की मांग कर रहा है ताकि वह रूस के अंदर ठिकानों पर हमला कर सके। अक्टूबर 2023 में, अमेरिका ने यूक्रेन को पहली बार लंबी दूरी की ATACMS मिसाइलें दी थीं, जिनकी मारक क्षमता लगभग 300 किमी तक है। यूक्रेनी रक्षा मंत्री रुस्तम उमरोव ने बताया कि रूस यूक्रेन के शहरों पर हमले के लिए जिन ठिकानों का उपयोग करता है, वे इन मिसाइलों की पहुंच में हैं। फ्रांस ने भी पहले यूक्रेन को 250 किमी तक की मारक क्षमता वाली स्टॉर्म शैडो मिसाइलें दी थीं, लेकिन उस पर यह शर्त थी कि उनका उपयोग केवल यूक्रेन की सीमा के भीतर किया जा सकता है।