Edited By Tanuja,Updated: 09 Feb, 2025 06:14 PM
![uk shadow ministers join protest against china s mega embassy plan](https://img.punjabkesari.in/multimedia/914/0/0X0/0/static.punjabkesari.in/2025_2image_18_13_377585425uk-ll.jpg)
ब्रिटेन में चीन के नए दूतावास को लेकर लंदन में विरोध प्रदर्शन तेज हो गया है। हजारों लोग इसके स्थानांतरण के खिलाफ सड़कों पर उतर आए हैं। प्रदर्शनकारियों का कहना है कि यह विशाल...
London: ब्रिटेन में चीन के नए दूतावास को लेकर लंदन में विरोध प्रदर्शन तेज हो गया है। हजारों लोग इसके स्थानांतरण के खिलाफ सड़कों पर उतर आए हैं। प्रदर्शनकारियों का कहना है कि यह विशाल दूतावास मानवाधिकारों और सुरक्षा को लेकर गंभीर चिंताएं पैदा कर सकता है।चीन कई वर्षों से अपने दूतावास को लंदन के ऐतिहासिक स्थल टॉवर ऑफ लंदन के पास स्थानांतरित करने की कोशिश कर रहा है। यदि इसे मंजूरी मिलती है, तो यह यूरोप में सबसे बड़ा चीनी दूतावास होगा। फिलहाल, यह दूतावास मैरीलेबोन जैसे पॉश इलाके में स्थित है, लेकिन इसे स्थानांतरित करने की योजना पर लोग नाराज हैं।
ब्रिटेन के छाया मंत्री और विपक्षी कंजरवेटिव पार्टी के सांसद उन सैकड़ों प्रदर्शनकारियों में शामिल रहे, जो पूर्वी लंदन में चीन के तथाकथित ‘विशाल दूतावास' के प्रस्तावित स्थल पर एकत्रित हुए। छाया न्याय मंची रॉबर्ट जेनरिक, छाया सुरक्षा मंत्री टॉम टुगेंदहट और पूर्व टोरी नेता इयान डंकन स्मिथ शनिवार को ‘टावर ऑफ लंदन' के पास ऐतिहासिक रॉयल मिंट कोर्ट स्थल पर हांगकांगवासियों, उइगरों और तिब्बतियों का प्रतिनिधित्व करने वाले समूहों के साथ शामिल हुए। छाया मंत्री विपक्ष के सदस्य होते हैं, जो सरकार के काम की निगरानी करते हैं।
ब्रिटेन की मीडिया में आई खबरों के अनुसार, प्रदर्शनकारी एक बहुत बड़े नए दूतावास के खिलाफ अपना विरोध दर्ज कराना चाहते थे, जिसके बारे में उन्हें डर है कि अगर इसे यूरोप में चीन के सबसे बड़े राजनयिक मिशनों में से एक के रूप में आगे बढ़ने की अनुमति दी गई तो इसका इस्तेमाल ‘‘जासूसी केंद्र'' के रूप में किया जा सकता है। जेनरिक ने प्रदर्शनकारियों को संबोधित करते हुए कहा, ‘‘हम नहीं चाहते कि हमारे पीछे स्थित यह ऐतिहासिक इमारत - टॉवर ऑफ लंदन के पीछे - चीनी कम्युनिस्ट पार्टी का एक बड़ा दूतावास बन जाए।'' पूर्व आवास मंत्री ने कहा, ‘‘यह गलत स्थान है। यह गलत प्रक्रिया है और यह हमारे देश की राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए ठीक नहीं है।''