Edited By Tanuja,Updated: 21 Nov, 2024 04:27 PM
रूस (Russia) के हमलों के डर से अमेरिका (US) और कई यूरोपीय देशों (Europian Countries) ने यूक्रेन (Ukraine) की राजधानी कीव में अपने दूतावास अस्थायी रूप से बंद कर दिए...
International Desk: रूस (Russia) के हमलों के डर से अमेरिका (US) और कई यूरोपीय देशों (Europian Countries) ने यूक्रेन (Ukraine) की राजधानी कीव में अपने दूतावास अस्थायी रूप से बंद कर दिए हैं। अमेरिका ने यह कदम उठाते हुए कहा कि रूस की ओर से कीव पर बड़े हमले की आशंका है। इसके बाद इटली, स्पेन, हंगरी और अन्य NATO देशों ने भी ऐसा ही किया। लेकिन इस फैसले पर यूक्रेन ने कड़ी प्रतिक्रिया दी है। यूक्रेन के विदेश मंत्रालय ने कड़ा बयान जारी करते हुए कहा-"हम आपको याद दिला दें कि बीते 1000 दिनों से हम हर रोज रूस के हमलों और खतरों का सामना कर रहे हैं। लेकिन आप एक दिन में ही फर्जी खबरों के आधार पर दूतावास बंद कर रहे हैं।" यूक्रेन ने अमेरिका और NATO सहयोगियों को लताड़ते हुए कहा कि रूस इसे एक मनोवैज्ञानिक और सूचना युद्ध के रूप में इस्तेमाल कर रहा है।
Also read:-रूस का खौफ: अमेरिका के बाद इटली-स्पेन और ग्रीस ने भी कीव में दूतावास किए बंद, नागरिकों को तुरंत यूक्रेन छोड़ने का निर्देश
हाल ही में रूस ने चेतावनी दी थी कि वह यूक्रेन के उन हमलों का बदला लेगा, जो अमेरिकी मिसाइलों की मदद से किए गए। रूस ने दावा किया कि यूक्रेन ने उसके क्षेत्र में घुसकर हमला किया है, जिसके जवाब में वह भीषण कार्रवाई करेगा। मॉस्को ने सोशल मीडिया और अन्य माध्यमों से प्रचारित किया कि कीव पर बड़ा हमला किया जा सकता है। बता दें कि अमेरिका और उसके NATO सहयोगी देशों ने इस चेतावनी के बाद अपने दूतावास बंद कर दिए। यूक्रेन ने इस पर नाराजगी जताते हुए कहा कि यह रूस की चाल है, जिससे वह सहयोगी देशों को डराना चाहता है। यूक्रेन के विदेश मंत्रालय ने कहा, "रूस का यह आतंकवादी मनोवैज्ञानिक युद्ध है और हमारे सहयोगी देश इसमें फंस रहे हैं।"
Also read:- तीसरे विश्व युद्ध की संभावना बढ़ी ! रूस की धमकी से टेंशन में अमेरिका, यूक्रेन में अपना दूतावास किया बंद
अमेरिका और NATO देशों के विपरीत, इज़रायल ने अप्रत्याशित रूप से यूक्रेन का समर्थन किया है। इज़रायल ने साफ कहा है कि वह कीव में अपने काम पहले की तरह जारी रखेगा। यूक्रेन ने अपने सहयोगी देशों को यह संदेश दिया है कि इस तरह की प्रतिक्रियाएं रूस की रणनीति को सफल बना सकती हैं। उसने अपने सहयोगियों से अपील की है कि वे डर के बजाय एकजुटता दिखाएं और रूस के मनोवैज्ञानिक युद्ध का शिकार न बनें।
ये भी पढ़ेंः- नेतन्याहू अचानक पहुंचे गाजा, बोले- "अब खत्म होगा हमास का राज " हर बंधक की रिहाई पर मिलेगा 50 लाख डॉलर ईनाम