अमेरिका ने रूस व उ.कोरिया पर लगाम के लिए चीन से मांगी मदद, ड्रैगन ने साध ली चुप्पी

Edited By Tanuja,Updated: 01 Nov, 2024 05:05 PM

us calls on a silent china to use its sway over russia and north korea

यूक्रेन के खिलाफ युद्ध में मदद के लिए रूस को उत्तर कोरिया द्वारा हजारों सैनिक भेजे जाने के बाद अमेरिका और दक्षिण कोरिया ने चीन से मॉस्को और प्योंगयांग पर अपने प्रभाव का इस्तेमाल करने का आह्वान किया...

Washington: यूक्रेन (Ukraine) के खिलाफ युद्ध में मदद के लिए रूस को उत्तर कोरिया (North Korea) द्वारा हजारों सैनिक भेजे जाने के बाद अमेरिका और दक्षिण कोरिया(South Korea) ने चीन (China) से मॉस्को और प्योंगयांग पर अपने प्रभाव का इस्तेमाल करने का आह्वान किया है ताकि तनाव को बढ़ने से रोका जा सके। चीन ने इन घटनाक्रम पर अभी तक चुप्पी साध रखी है। अमेरिका के विदेश मंत्रालय के एक अधिकारी ने नाम न बताने की शर्त पर कहा कि इस सप्ताह की शुरुआत में तीन शीर्ष अमेरिकी राजनयिकों ने अमेरिका में चीन के राजदूत के साथ मुलाकात की जिसमें अमेरिकी चिंताओं पर जोर दिया गया तथा चीन से आग्रह किया गया कि वह उत्तर कोरिया और रूस के सहयोग को कम करने के लिए अपने प्रभाव का उपयोग करे।

 

अमेरिकी विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन ( State Secretary  Antony Blinken) ने बृहस्पतिवार को कहा कि दोनों पक्षों के बीच ‘‘इस सप्ताह ठोस बातचीत हुई'' और चीन अमेरिका की इन अपेक्षाओं से अवगत है कि ‘‘वे इन गतिविधियों पर अंकुश लगाने के लिए अपने प्रभाव का इस्तेमाल करेंगे।'' ब्लिंकन ने वाशिंगटन में रक्षा मंत्री लॉयड ऑस्टिन और उनके दक्षिण कोरियाई समकक्षों के साथ एक संवाददाता सम्मेलन में कहा, ‘‘लेकिन मुझे लगता है कि यह मांग न केवल हमारी, बल्कि दुनिया भर के अन्य देशों की भी है।'' वाशिंगटन में चीनी दूतावास के प्रवक्ता लियू पेंगयु ने एक बयान में कहा कि यूक्रेन संकट पर चीन की स्थिति ‘‘तर्कयुक्त और स्पष्ट'' है। लियू ने कहा, ‘‘चीन यूक्रेन संकट के राजनीतिक समाधान और शांति वार्ता के लिए प्रयासरत है। यह रुख लगातार बना हुआ है।

 

चीन इस दिशा में रचनात्मक भूमिका निभाता रहेगा।'' अमेरिका का कहना है कि 8,000 उत्तर कोरियाई सैनिक यूक्रेन की सीमा के पास रूस में हैं और आगामी दिनों में यूक्रेनी सैनिकों के खिलाफ क्रेमलिन की लड़ाई में मदद करने की तैयारी कर रहे हैं। चीन ने इस कदम पर अभी तक सार्वजनिक रूप से कोई टिप्पणी नहीं की है। चीन ने रूस के साथ ‘‘असीमित'' साझेदारी स्थापित की है और वह उत्तर कोरिया का एक प्रमुख सहयोगी भी रहा है लेकिन विशेषज्ञों का कहना है कि बीजिंग रूस और उत्तर कोरिया के बीच घनिष्ठ सैन्य साझेदारी को शायद स्वीकार नहीं करेगा, क्योंकि वह इसे क्षेत्र में अस्थिरता पैदा करने वाला मानता है।  

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