Edited By Tanuja,Updated: 11 Aug, 2024 02:44 PM

अमेरिकी विदेश विभाग ने ईरानी औद्योगिक नियंत्रण प्रणाल (ICS) हैकर्स की जानकारी देने वालों को 10 मिलियन डॉलर तक का ईनाम देने की
Washington: अमेरिकी विदेश विभाग ने ईरानी औद्योगिक नियंत्रण प्रणाल (ICS) हैकर्स की जानकारी देने वालों को 10 मिलियन डॉलर ( लगभग 84 करोड़ रुपए) तक का ईनाम देने की घोषणा की है। इन ईरानी नागरिकों पर जल उपयोगिताओं द्वारा उपयोग की जाने वाली औद्योगिक नियंत्रण प्रणालियों में सेंध लगाने का संदेह है। इन संदिग्धों में हामिद होमयुनफाल, हामिद रजा लशगेरियन, महदी लशगेरियन, रजा मोहम्मद अमीन सबेरियन, मिलाद मंसूरी और मोहम्मद बाघेर शिरिनकर शामिल हैं, जिनके ईरान के इस्लामिक रिवोल्यूशनरी गार्ड कॉर्प्स (IRGC) के साइबर-इलेक्ट्रॉनिक कमांड सेक्शन से संबंध हैं। इन व्यक्तियों को साइबर अटैक संगठन 'साइबर एवेंजर्स' का मास्टरमाइंड माना जाता है।
साइबर एवेंजर्स ने 2023 में एलिक्विपा, पेनसिल्वेनिया में म्यूनिसिपल वाटर अथॉरिटी के स्वामित्व वाले प्रोग्रामेबल लॉजिक कंट्रोलर (PLC) पर हमला किया था। अन्य अमेरिकी जल कंपनियों के ICS भी इनके निशाने पर थे। इन PLC की सुरक्षा केवल एक कमजोर डिफ़ॉल्ट पासवर्ड से की गई थी, जो उन्हें साइबर हमलों के लिए असुरक्षित बनाता था। हालांकि साइबर एवेंजर्स खुद को एक हैकटिविस्ट संगठन के रूप में प्रस्तुत करता है।
अमेरिकी सरकार का मानना है कि यह समूह वास्तव में ईरानी सरकार द्वारा संचालित एक मुखौटा संगठन है, जो शत्रुतापूर्ण साइबर गतिविधियों के लिए काम करता है।अमेरिकी ट्रेजरी विभाग ने पहले ही साइबर एवेंजर्स के सदस्यों पर प्रतिबंध लगा दिए थे, और अब सरकार ने इनके खिलाफ 10 मिलियन डॉलर का इनाम रखा है। इसके अलावा, अमेरिका ने हाल ही में अल्फ़व/ब्लैककैट रैनसमवेयर के संचालकों और उत्तर कोरिया के एपीटी45 हैकिंग समूह के सदस्य की जानकारी के लिए भी 10 मिलियन डॉलर का पुरस्कार देने की घोषणा की है।