Edited By Tamanna Bhardwaj,Updated: 27 Jul, 2024 11:33 AM
अमेरिका के राष्ट्रपति चुनाव की असली लड़ाई अब शुरू हुई है। रिपब्लिकन पार्टी के डोनाल्ड ट्रम्प और डेमोक्रेटिक पार्टी की कमला हैरिस के बीच मुकाबला संभावित है। 21 जुलाई को जब राष्ट्रपति जो बाइडेन हटे, तब...
इंटरनेशनल न्यूज: अमेरिका के राष्ट्रपति चुनाव की असली लड़ाई अब शुरू हुई है। रिपब्लिकन पार्टी के डोनाल्ड ट्रम्प और डेमोक्रेटिक पार्टी की कमला हैरिस के बीच मुकाबला संभावित है। 21 जुलाई को जब राष्ट्रपति जो बाइडेन हटे, तब ट्रम्प की स्थिति बेहद मजबूत थी। भारतीय मूल की कमला हैरिस के पास उनकी बढ़त को पलटने के लिए 100 से थोड़ा ज्यादा दिन हैं। यह समय काफी हो सकता है, लेकिन सवाल यह है कि क्या उनमें जीतने की क्षमता है? उन्हें चुनाव को ट्रम्प पर रायशुमारी का रूप देना होगा, क्योंकि ट्रम्प अपने समर्पित समर्थकों के दायरे से बाहर अलोकप्रिय हैं।
चुनाव बाइडेन सरकार के कामकाज पर केंद्रित हुआ, तो हार सकती हैं हैरिस
अगर चुनाव बाइडेन सरकार के कामकाज पर केंद्रित हुआ, तो हैरिस हार सकती हैं। उन्हें ट्रम्प पर अभियान केंद्रित करना पड़ेगा। बाइडेन का अभियान नाकाम रहा क्योंकि उनकी कमजोरी ने फोकस उन पर बनाए रखा। दूसरा कार्यकाल पूरा करने में नाकाबिल एक भ्रमित और लड़खड़ाते बुजुर्ग की इमेज को मिटा नहीं सके। लिहाजा, अब मिसेज हैरिस के व्यक्तित्व की परीक्षा है। डेमोक्रेटिक पार्टी के दुर्भाग्य से, ट्रम्प के पास उनके खिलाफ काफी मसाला है। पहली अश्वेत और एशियाई महिला की पहचान से हैरिस को फायदा मिल सकता है। उन्हें महिलाओं और अल्पसंख्यकों के समर्थन की आवश्यकता होगी। अगर हैरिस महंगाई और महिलाओं के मुद्दों को उठाने में सक्षम रहीं, तो उनका रास्ता आसान हो सकता है।
हैरिस को मिल सकता है अश्वेत और दक्षिण एशियाई होने का फायदा
अश्वेत और दक्षिण एशियाई होने का उन्हें फायदा मिल सकता है, बशर्ते वे इसे चुनाव में भुना पाएं। उन्हें साधारण अमेरिकियों को फायदा पहुंचाने वाली व्यावहारिक नीतियों का समर्थन करना पड़ेगा। वे कह सकती हैं कि ट्रम्प तो केवल स्वयं का ख्याल रखेंगे। उन्हें महंगाई की समस्या पर लोगों को भरोसा दिलाना होगा। महिलाओं के गर्भपात के अधिकार का समर्थन पहले की तरह जारी रखने से उन्हें लाभ हो सकता है। पूर्व अटॉर्नी जनरल होने के नाते, हैरिस आपराधिक मामलों में ट्रम्प पर कड़े प्रहार कर सकती हैं। चुनाव के दौरान, हैरिस को महिलाओं और अल्पसंख्यकों का समर्थन जुटाने की आवश्यकता होगी। अगर वे महंगाई और महिलाओं के मुद्दों को प्रभावी ढंग से उठाने में सक्षम रहीं, तो उनका रास्ता आसान हो सकता है।
भविष्य के लिए उम्मीद जगाती हैं हैरिस तो अतीत में उलझे नजर आते हैं ट्रम्प
कमला हैरिस, नियम-कानूनों की रक्षक के रूप में अमेरिका की भूमिका का समर्थन कर वोटर्स को प्रभावित कर सकती हैं। दूसरी ओर, रियल एस्टेट बिजनेसमैन ट्रम्प सिद्धांतों की बजाय ताकत पर यकीन करते नजर आते हैं। हैरिस की एक और परीक्षा अमेरिकियों में उम्मीद जगाने के मामले में होगी। भय और नफरत से भरे चुनाव में वे ट्रम्प के दूसरे कार्यकाल की डरावनी तस्वीर सामने रख सकती हैं। कमला हैरिस भविष्य के लिए आशा जगाने की छवि पेश करती हैं, जबकि ट्रम्प बदला लेने वाले और अतीत में डूबे गुस्सैल नजर आते हैं।