Edited By Tanuja,Updated: 04 Nov, 2024 10:48 AM
इंडोनेशिया के फ्लोरेस द्वीप में ज्वालामुखी विस्फोटों के कारण कम से कम छह लोगों की मौत हो गई है। इंडोनेशिया की आपदा प्रबंधन एजेंसी ने सोमवार को...
International Desk: इंडोनेशिया के फ्लोरेस द्वीप में ज्वालामुखी विस्फोटों के कारण कम से कम छह लोगों की मौत हो गई है। इंडोनेशिया की आपदा प्रबंधन एजेंसी ने सोमवार को यह जानकारी दी। माउंट लेवोटोबी लाकी लाकी के एक अधिकारी फिरमान योसेफ ने बताया कि सोमवार को आधी रात के बाद हुए विस्फोट के कारण 2,000 मीटर ऊंचाई तक राख हवा में फैल गई और गर्म राख ने पास के एक गांव को अपनी चपेट में ले लिया, जिससे कैथोलिक नन के एक कॉन्वेंट सहित कई मकान जल गए और कम से कम छह लोगों की मौत हो गई।
आपदा प्रबंधन एजेंसी ने पहले मृतक संख्या नौ बताई थी लेकिन बाद में उसने इसमें बदलाव करते हुए छह लोगों की मौत की जानकारी देते हुए बताया कि उसे स्थानीय लोगों से ताजा जानकारी मिली है। उसने कहा कि जान-माल को हुए नुकसान के बारे में जानकारी अभी एकत्र की जा रही है, क्योंकि स्थानीय मीडिया की रिपोर्ट में ढहे मकानों के नीचे और लोगों के दबे होने की आशंका जताई गई है। प्राधिकारियों ने पिछले सप्ताह हुए ज्वालामुखी विस्फोटों के बाद सोमवार को माउंट लेवोटोबी लाकी लाकी के लिए खतरे का स्तर तथा जोखिम संभावित क्षेत्र का आकार बढ़ा दिया।
देश की ज्वालामुखी विज्ञान एजेंसी ने ज्वालामुखी विस्फोट बढ़ने के साथ ही चेतावनी की स्थिति को उच्चतम स्तर तक बढ़ा दिया है और निषिद्ध क्षेत्र के दायरे को सोमवार को आधी रात के बाद दोगुना से अधिक बढ़ाकर सात किलोमीटर (4.3 मील) कर दिया। ज्वालामुखी विस्फोट के कारण बृहस्पतिवार से रोजाना 2,000 मीटर (6,500 फुट) की ऊंचाई तक राख उठ रही है।
एजेंसी ने बताया कि वुलांगिटांग जिले में विस्फोट से आसपास के छह गांवों पुलुलेरा, नवोकोटे, होकेंग जया, क्लैटानलो, बोरू और बोरू केदांग में कम से कम 10,000 लोग प्रभावित हुए हैं। इंडोनेशिया में पिछले दो सप्ताह में दूसरी बार ज्वालामुखी विस्फोट हुआ है। इससे पहले, इंडोनेशिया के सबसे सक्रिय ज्वालामुखियों में से एक में 27 अक्टूबर को विस्फोट होने से कम से कम तीन बार राख के गुबार उठे और आसपास के गांवों में मलबा फैल गया। हालांकि किसी के हताहत होने की सूचना नहीं मिली।