Edited By Rohini Oberoi,Updated: 26 Mar, 2025 09:00 AM

इज़रायल और हमास के बीच युद्ध एक बार फिर से शुरू हो गया है। कुछ समय पहले दोनों पक्षों के बीच सीज़फायर था लेकिन इसे जारी नहीं रखा जा सका और परिणामस्वरूप इज़रायली हमले फिर से गाज़ा में शुरू हो गए हैं। इस समय रमजान का महीना चल रहा है और गाज़ा के साथ-साथ...
इंटरनेशनल डेस्क। इज़रायल और हमास के बीच युद्ध एक बार फिर से शुरू हो गया है। कुछ समय पहले दोनों पक्षों के बीच सीज़फायर था लेकिन इसे जारी नहीं रखा जा सका और परिणामस्वरूप इज़रायली हमले फिर से गाज़ा में शुरू हो गए हैं। इस समय रमजान का महीना चल रहा है और गाज़ा के साथ-साथ आसपास के इलाकों में रहने वाले मुस्लिम फिलिस्तीनियों में डर और घबराहट का माहौल है। इज़रायली सेना ने गाज़ा में अपनी ग्राउंड ऑपरेशन को बढ़ा दिया है और हवाई हमले भी जारी हैं जिससे फिलिस्तीनियों की जानें जा रही हैं।
50 हज़ार से ज़्यादा फिलिस्तीनियों की मौत
7 अक्टूबर 2023 को हमास ने इज़रायल पर लगभग 5,000 रॉकेट दागते हुए युद्ध शुरू किया था। इस हमले में इज़रायल में घुसपैठ कर कत्लेआम मचाया गया और कई लोग बंधक बनाए गए थे। इज़रायल ने बदला लेते हुए गाज़ा में सैन्य कार्रवाई शुरू की और अब तक 50,000 से अधिक फिलिस्तीनियों की मौत हो चुकी है। गाज़ा की हेल्थ मिनिस्ट्री ने इस आंकड़े की पुष्टि की है।
बंधकों की रिहाई के बिना गाज़ा में तबाही जारी रहेगी
रिपोर्ट्स के मुताबिक फिलहाल हमास के कब्जे में 59 बंधक हैं। इनमें से 58 को 7 अक्टूबर 2023 को ही अगवा किया गया था और 1 को पहले। इज़रायल ने स्पष्ट रूप से कहा है कि जब तक बचे हुए बंधकों को हमास रिहा नहीं करेगा तब तक गाज़ा में तबाही जारी रहेगी।
यह भी पढ़ें: Cute बच्ची की श्रद्धा और भक्ति का वीडियो सोशल मीडिया पर हो रहा Viral, लोग कर रहे वाह-वाह!
युद्धविराम का नया समझौता जरूरी
इज़रायल-हमास युद्ध को समाप्त करने के लिए एक नया समझौता करना बहुत जरूरी है। इस समझौते पर काम करने के लिए कतर और मिस्त्र जैसे मध्यस्थ सक्रिय हैं। ये दोनों देश पूरी कोशिश कर रहे हैं कि जल्द से जल्द युद्धविराम का समझौता हो और दोनों पक्ष इसके लिए सहमत हो जाएं।

क्या फिलिस्तीनियों को गाज़ा खोना पड़ेगा?
इज़रायली रक्षा मंत्री इज़रायल काट्ज़ ने अपनी सेना को आदेश दिया है कि गाज़ा में और अंदर तक घुसकर धीरे-धीरे गाज़ा के हिस्सों पर कब्जा कर लिया जाए। काट्ज़ ने हमास को धमकी दी है कि अगर बचे हुए बंधकों को रिहा नहीं किया गया तो इज़रायल गाज़ा पर पूरी तरह कब्जा कर लेगा। ऐसे में यह सवाल उठता है कि क्या फिलिस्तीनियों को गाज़ा खोना पड़ेगा। इज़रायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू भी इस बात की चर्चा कर चुके हैं कि इज़रायल गाज़ा पर कब्जा कर सकता है। इससे पहले अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने भी कहा था कि फिलिस्तीनियों को गाज़ा छोड़कर दूसरे देशों में चले जाना चाहिए और गाज़ा को एक हॉलिडे डेस्टिनेशन रिज़ॉर्ट में बदल देना चाहिए।
वहीं कहा जा सकता है कि इज़रायल-हमास के बीच संघर्ष ने गाज़ा और आसपास के इलाकों में स्थितियों को और जटिल बना दिया है। फिलिस्तीनियों के लिए यह समय कठिनाई और संकट का है और दोनों पक्षों के बीच संघर्ष के कारण मानव जीवन को भारी नुकसान हो रहा है। युद्धविराम की उम्मीदें बनी हुई हैं लेकिन फिलहाल स्थिति में कोई बड़ा बदलाव नहीं आया है।