Edited By Tanuja,Updated: 28 Dec, 2024 11:31 AM
:यमन के सना इंटरनेशनल एयरपोर्ट (Sana airport) पर गुरुवार को इजरायल की वायुसेना ने एयरस्ट्राइक (Israeli airstrike) की। इस दौरान...
International Desk:यमन के सना इंटरनेशनल एयरपोर्ट (Sana airport) पर गुरुवार को इजरायल की वायुसेना ने एयरस्ट्राइक (Israeli airstrike) की। इस दौरान विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) के डायरेक्टर-जनरल डॉ. टेड्रोस एडनॉम (WHO chief Tedros Adhanom ) हमले में सुरक्षित बच गए, लेकिन फ्लाइट क्रू का एक सदस्य घायल हो गया। इस हमले में दो लोगों की मौत की पुष्टि हुई है।
डॉ. टेड्रोस ने सोशल मीडिया पर बताया, "हम यमन में UN और WHO की टीम के साथ बंदियों की रिहाई पर बातचीत और मानवीय स्थिति का आकलन करने के मिशन पर थे। फ्लाइट में सवार होने से ठीक पहले एयरपोर्ट पर हमला हुआ। हमारे क्रू का एक सदस्य घायल हो गया, जबकि एयरपोर्ट पर दो लोगों की मौत हो गई। हम एयरपोर्ट के मुरम्मत कार्य पूरा होने तक यहां रुकने को मजबूर हैं। मैं और मेरी टीम सुरक्षित हैं।"
UN महासचिव एंटोनियो गुटेरेस ने इस हमले की कड़ी निंदा करते हुए कहा, “नागरिकों और मानवीय कार्यकर्ताओं को निशाना बनाना अंतरराष्ट्रीय कानून का उल्लंघन है। मैं सभी पक्षों से सैन्य कार्रवाई रोकने और संयम बरतने की अपील करता हूं।” इजरायल डिफेंस फोर्स (IDF) के मुताबिक, ये हमले यमन में हूती विद्रोहियों के सैन्य ठिकानों पर किए गए। लक्षित स्थानों में सना एयरपोर्ट, रेड सी पोर्ट्स, और रास कनातिब पावर स्टेशन शामिल थे। IDF का दावा है कि ये ठिकाने हूती विद्रोहियों की सैन्य गतिविधियों के लिए इस्तेमाल हो रहे थे।
संयुक्त राष्ट्र के अनुसार, इन हमलों में तीन लोगों की मौत और कई घायल हुए हैं। गुटेरेस ने इन हमलों को "बेहद चिंताजनक" बताया और कहा कि ऐसे कदम क्षेत्र में तनाव बढ़ा सकते हैं। यह हमला ऐसे समय में हुआ है, जब यमन पहले से ही युद्ध, भुखमरी और मानवीय संकट का सामना कर रहा है। इजरायल के इस कदम ने स्थिति को और अधिक बिगाड़ दिया है, जिससे लाखों लोगों की जिंदगी पर खतरा मंडराने लगा है।