Edited By Tanuja,Updated: 10 Feb, 2025 02:45 PM
![yoav gallant admits issuing orders to attack gaza kill israeli captives](https://img.punjabkesari.in/multimedia/914/0/0X0/0/static.punjabkesari.in/2025_2image_14_42_314276855gallant-ll.jpg)
इजराइल के पूर्व रक्षा मंत्री योआव गैलेंट ने हमास से संघर्षविराम (सीजफायर) के बीच चौंकाने वाले खुलासे किए हैं। उन्होंने दावा किया है कि गाजा में हमास के खिलाफ चल रही जंग के दौरान ...
International Desk: इजराइल के पूर्व रक्षा मंत्री योआव गैलेंट ने हमास से संघर्षविराम (सीजफायर) के बीच चौंकाने वाले खुलासे किए हैं। उन्होंने दावा किया है कि गाजा में हमास के खिलाफ चल रही जंग के दौरान इजरायली सेना ने अपने ही नागरिकों को निशाना बनाया था। गैलेंट के मुताबिक, 7 अक्टूबर 2023 को हमास के हमले के बाद इजराइल ने विवादास्पद Hannibal Directive लागू किया था। यह इजरायली सेना की एक सैन्य नीति है, जिसके तहत किसी भी कीमत पर सैनिकों या नागरिकों को दुश्मन के हाथों में पड़ने से रोकने के लिए घातक कदम उठाए जा सकते हैं।
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इस नीति के तहत यदि कोई इजरायली नागरिक या सैनिक दुश्मन के कब्जे में चला जाता है, तो उसे छुड़ाने के बजाय उसे खत्म कर दिया जाता है ताकि दुश्मन उसका फायदा न उठा सके। गैलेंट ने इजरायली चैनल 12 को दिए इंटरव्यू में बताया कि इस सैन्य नीति को कुछ विशेष इलाकों में लागू किया गया था। ऐसा पहली बार नहीं हुआ है, इससे पहले लेबनान संघर्ष (1982-2000) के दौरान भी इजराइली सेना ने इस नीति को अपनाया था। गैलेंट के खुलासे के बाद संदेह गहराने लगा है कि 7 अक्टूबर को हमास के हमले में मारे गए 1100 इजराइली सैनिकों और नागरिकों में से कुछ की मौत इजरायली सेना द्वारा किए गए हमलों में भी हो सकती है। संयुक्त राष्ट्र की रिपोर्टों के अनुसार, ‘नोवा म्यूजिक फेस्टिवल’ के दौरान इजराइली सेना के हेलीकॉप्टरों ने फायरिंग की थी, जिससे कई लोगों की जान गई।
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हमास ने इस फेस्टिवल से कई लोगों को बंधक बना लिया था, लेकिन इजराइली सेना ने आतंकियों पर हमला करने के दौरान उन बंधकों को भी मार गिराया। गैलेंट ने यह भी दावा किया कि 11 अक्टूबर 2023 को उन्होंने हिजबुल्लाह पर बड़े हमले की योजना बनाई थी, जिसमें हसन नसरल्लाह और कई ईरानी अधिकारी शामिल थे। उस हमले में हिजबुल्लाह की 90% ताकत खत्म की जा सकती थी, लेकिन इजराइली सरकार ने इस पर ध्यान नहीं दिया और हमला रोक दिया गया। गैलेंट ने इसे इजराइल की बड़ी रणनीतिक चूक बताया। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने हमास के साथ संघर्षविराम (सीजफायर) करने में देरी की, जिससे इजराइल को भारी नुकसान हुआ।