Edited By Tanuja,Updated: 03 Mar, 2025 07:35 PM

यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमिर जेलेंस्की और अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के बीच हाल ही में ओवल ऑफिस में तीखी बहस हुई थी। इस बैठक के बाद जेलेंस्की के रुख में नरमी देखी गई है...
International Desk: यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमिर जेलेंस्की और अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के बीच हाल ही में ओवल ऑफिस में तीखी बहस हुई थी। इस बैठक के बाद जेलेंस्की के रुख में नरमी देखी गई है। उन्होंने अमेरिका का आभार जताते हुए कहा कि **"हम अमेरिका के महत्व को समझते हैं और उसके समर्थन के लिए हमेशा आभारी हैं।" यूक्रेनी राष्ट्रपति जेलेंस्की (Volodymyr Zelensky) का हालिया अमेरिका दौरा विवादों में रहा।ओवल ऑफिस में ट्रंप, उपराष्ट्रपति जेडी वेंस और जेलेंस्की के बीच तीखी बहस हुई, जिसने दुनियाभर में सुर्खियां बटोरीं।
ये भी पढ़ेंः-भारतीयों की नेपाल यात्रा में रुचि घटी, पर्यटकों की संख्या में आई भारी गिरावट
इस घटना के बाद पश्चिमी देशों में फूट की स्थिति बन गई। ट्रंप ने जेलेंस्की पर अमेरिका का अपमान करने और युद्ध को जारी रखकर"विश्व युद्ध 3 को आमंत्रित करने" का आरोप लगाया। वहीं, यूरोपीय देश अब भी जेलेंस्की के समर्थन में खड़े हैं। हालांकि, इस विवाद के बाद जेलेंस्की के रुख में नरमी देखी गई। लंदन में रूस-यूक्रेन युद्ध पर एक शिखर सम्मेलन में भाग लेने के बाद जेलेंस्की ने कहा, "ऐसा कोई दिन नहीं जब हमने अमेरिका के प्रति कृतज्ञता महसूस न की हो।" उन्होंने एक्स (Twitter) पर एक वीडियो साझा करते हुए कहा, "यूरोप हमारे साथ खड़ा है, लेकिन हमें शांति के लिए वास्तविक सुरक्षा गारंटी की आवश्यकता है।"
ये भी पढ़ेंः-कनाडा को लेकर ट्रंप की धमकी पर ब्रिटेन ने साधी चुप्पी, किंग चार्ल्स के समक्ष मुद्दा उठाएंगे ट्रूडो
जेलेंस्की ने यह स्पष्ट कर दिया कि अगर यूक्रेन को सुरक्षा गारंटी और नाटो सदस्यता मिलती है, तो वे राष्ट्रपति पद छोड़ने के लिए भी तैयार हैं। हालांकि, उन्होंने यह भी दोहराया कि यूक्रेन अपनी जमीन का एक इंच भी रूस को नहीं देगा। यूक्रेन अब अमेरिका के साथ खनिज समझौता (Mineral Deal) करने को भी तैयार है। जेलेंस्की ने कहा-"हम मिनरल डील पर हस्ताक्षर करने के लिए तैयार हैं, यह सुरक्षा गारंटी की दिशा में पहला कदम होगा, लेकिन हमें इससे कहीं अधिक की आवश्यकता है।"गौरतलब है कि अमेरिका की ओर से दी जा रही आर्थिक और सैन्य मदद के बदले ट्रंप ने यूक्रेन से लिथियम और दुर्लभ खनिजों पर विशेष समझौते की मांग की थी। यूक्रेन में इन खनिजों का विशाल भंडार है, जो अमेरिका के लिए रणनीतिक रूप से महत्वपूर्ण माने जाते हैं।
ये भी पढ़ेंः- ब्रिटेन में ट्रंप के खिलाफ गुस्सा उफान पर, राज्य यात्रा रोकने के लिए 70 हजार लोगों ने पटीशन पर किए हस्ताक्षर
ओवल ऑफिस में हुई बहस को लेकर जेलेंस्की ने कहा कि वह इस मामले को आगे नहीं बढ़ाना चाहते, लेकिन यूक्रेन को एक मजबूत और स्थायी युद्धविराम चाहिए उन्होंने दो टूक कहा, "हम राष्ट्रपति पद छोड़ने के लिए भी तैयार हैं, लेकिन रूस को यह भरोसा देना होगा कि वह हमारे देश पर दोबारा हमला नहीं करेगा।" जेलेंस्की और ट्रंप की इस मुलाकात ने अमेरिका-यूक्रेन संबंधों को लेकर नई बहस छेड़ दी है। जहां एक ओर जेलेंस्की सुरक्षा गारंटी और नाटो सदस्यता चाहते हैं, वहीं ट्रंप की प्राथमिकता यूक्रेन के खनिज संसाधनों पर समझौता** करना है। अब देखने वाली बात यह होगी कि यह बातचीत यूक्रेन-रूस युद्ध के भविष्य को किस दिशा में ले जाती है।