Edited By Tanuja,Updated: 06 Jan, 2025 11:02 AM
रूस-यूक्रेन संघर्ष में उत्तर कोरिया के सैनिकों को भारी नुकसान उठाना पड़ा है। यूक्रेन के राष्ट्रपति वलोडिमिर जेलेंस्की ने दावा किया कि यूक्रेनी सेना ने न केवल कोरियाई ...
International Desk: रूस-यूक्रेन संघर्ष में उत्तर कोरिया के सैनिकों को भारी नुकसान उठाना पड़ा है। यूक्रेन के राष्ट्रपति वलोडिमिर जेलेंस्की ने दावा किया कि यूक्रेनी सेना ने न केवल कोरियाई और रूसी सैनिकों को पीछे हटने पर मजबूर किया, बल्कि उनकी एक पूरी बटालियन को भी खत्म कर दिया। उन्होंने कहा कि बंदी बनने से बचने के लिए उत्तर कोरियाई सैनिक अपने ही घायल साथियों को मार देते हैं।
जेलेंस्की ने दक्षिणी कुर्स्क क्षेत्र के मखनोव्का गांव के पास यूक्रेनी सैनिकों के साहस की सराहना की। उत्तर कोरियाई सैनिकों ने घायल साथियों को बंदी बनने से रोकने के लिए उन्हें मार देने की घटनाएं सामने आईं। पश्चिमी आंकलन के अनुसार करीब 11,000 उत्तर कोरियाई सैनिक रूस की मदद के लिए युद्ध में शामिल हैं।
रूसी रणनीति के तहत पोक्रोव्स्क शहर पर कब्जे के लिए जोर लगा रहे रूसी सैनिकों को रसद आपूर्ति लाइनों पर फोकस करना पड़ा।
जेलेंस्की के अनुसार, रूसी सीमा के करीब 1,000 किलोमीटर क्षेत्र में भीषण लड़ाई जारी है। पोक्रोव्स्क शहर में हालात सबसे चुनौतीपूर्ण हैं, जहां रूसी सैनिक भारी नुकसान के बावजूद कोई ठोस बढ़त नहीं बना सके। जेलेंस्की ने उत्तर कोरियाई सैनिकों के व्यवहार में एक पैटर्न की ओर इशारा किया। उन्होंने कहा कि बंदी बनने से बचने के लिए वे किसी भी हद तक जा सकते हैं। हालांकि, जेलेंस्की के दावों की स्वतंत्र पुष्टि नहीं हुई है, लेकिन यह स्पष्ट है कि यूक्रेनी सेना ने रूस और उत्तर कोरिया की संयुक्त ताकत को कमजोर करने में महत्वपूर्ण प्रगति की है।