Edited By Utsav Singh,Updated: 02 Jul, 2024 06:25 PM
![10 thousand kilos of fish found dead on the chitkul lake](https://img.punjabkesari.in/multimedia/914/0/0X0/0/static.punjabkesari.in/2024_7image_18_19_546486463fish-ll.jpg)
लंगाना के पतनचेरु में चितकुल झील में 10 हजार किलो मछलिया मृत पाई गई हैं। झील के किनारे मृत मछलियों का ढेर लग गया। बताया जा रहा है कि झील में लगभग 10 टन मछलियां मर गई हैं।
नेशनल डेस्क : तेलंगाना के पतनचेरु में चितकुल झील में 10 हजार किलो मछलिया मृत पाई गई हैं। झील के किनारे मृत मछलियों का ढेर लग गया। बताया जा रहा है कि झील में लगभग 10 टन मछलियां मर गई हैं। ग्रामीणों का आरोप है कि कंपनियों द्वारा छोड़े गए रासायनिक प्रदूषण के कारण हैदराबाद के निकट चितकुल झील में हजारों मरी हुई मछलियां तैर रही हैं।
![PunjabKesari](https://static.punjabkesari.in/multimedia/18_20_431999500fish3.jpg)
1 करोड़ रुपए का हुआ नुकसान
मृत पाई गई मछलियों का एक वीडियो भी सामने आया है, जिसमें हजारों की संख्या में मछलियां दिख रही हैं। घटना सूचना मिलने पर फिशरीज यानी मत्स्य विभाग के अधिकारी घटनास्थल पर पहुंचे। मछलियों की मौत के कारण की जांच के लिए सैंपल जुटाए गए हैं। अधिकारियों का मानना है कि मछलियों के मरने से करीब 1 करोड़ रुपए का नुकसान हुआ है।
बता दें कि 2023 में पिछले दक्षिण-पश्चिम मानसून के दौरान, मत्स्य पालन विभाग ने झील में 1.5 लाख मछलियां छोड़ी थीं। प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड और मत्स्य विभाग के अधिकारियों ने तालाब का दौरा किया और पाया कि तालाब के पानी में घुलनशील यानी सोल्यूबल ऑक्सीजन का स्तर सामान्य से नीचे था, जिसके कारण मछलियों की मौत हो गई, लेकिन असली वजह लैब की रिपोर्ट आने के बाद ही सामने आएगी। चितकुल गांव में 100 से ज्यादा मछली पकड़ने वाले परिवार अपनी आजीविका के लिए इस तालाब पर निर्भर हैं।