Edited By Parminder Kaur,Updated: 24 Feb, 2025 01:02 PM
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अमेरिका से डिपोर्ट किए गए पनामा के होटलों में कैद भारतीय प्रवासियों में से 12 को भारत भेज दिया गया है। यह पहला मौका है, जब डिपोर्ट किए गए भारतीयों को सिविलियन फ्लाइट से बिना बेड़ियों के भेजा गया है। इससे पहले 336 भारतीयों को अमेरिकी सैन्य विमान से...
नेशनल डेस्क. अमेरिका से डिपोर्ट किए गए पनामा के होटलों में कैद भारतीय प्रवासियों में से 12 को भारत भेज दिया गया है। यह पहला मौका है, जब डिपोर्ट किए गए भारतीयों को सिविलियन फ्लाइट से बिना बेड़ियों के भेजा गया है। इससे पहले 336 भारतीयों को अमेरिकी सैन्य विमान से अमृतसर एयरपोर्ट पर उतारा गया था। ये सभी 12 लोग रविवार को दिल्ली एयरपोर्ट पहुंचे, जहां से चार पंजाबी युवक दिल्ली से फ्लाइट लेकर शाम को अमृतसर एयरपोर्ट पहुंचे।
कौन हैं ये डिपोर्ट किए गए भारतीय?
जतिंदर सिंह – वह पटियाला जिले के गांव कनसूहा कलां का निवासी है। जतिंदर को पटियाला के एजेंट जोबनजीत सिंह ने 52 लाख रुपये लेकर दिल्ली से गुआना, फिर ब्राजील, पनामा, कोस्टारिका और मैक्सिको होते हुए अमेरिका भेजा था।
मनिंदर सिंह – यह युवक चंदपुरा, जालंधर का रहने वाला है। मनिंदर को 42 लाख रुपये लेकर दिल्ली के गोल्डी नामक एजेंट ने अमेरिका भेजा था। इनके अलावा बाकी 10 डिपोर्ट किए गए युवकों में दो बटाला, एक पटियाला और एक जालंधर का निवासी था। सभी को भारत लाने का प्रक्रिया पूरी की गई।
क्यों डिपोर्ट किए गए थे ये लोग?
यह भारतीय युवक गैरकानूनी तरीके से अमेरिका पहुंचने के प्रयास में थे। इन युवकों को धोखाधड़ी से विभिन्न एजेंट्स द्वारा अमेरिका भेजा गया था, जब ये लोग पनामा के होटलों में पकड़े गए, तो इन्हें डिपोर्ट कर दिया गया और भारत भेजने की प्रक्रिया शुरू कर दी गई।
यह कैसे हुआ?
यह डिपोर्टेशन एक सिविलियन फ्लाइट से किया गया, जो एक नए तरीके से हुआ। पहले ऐसे मामलों में डिपोर्ट किए गए लोगों को सैन्य विमान में बेड़ियों के साथ भेजा जाता था, लेकिन इस बार बिना बेड़ियों के सामान्य यात्री फ्लाइट से उनका भारत भेजना एक बदलाव था।