Edited By Anu Malhotra,Updated: 13 Apr, 2025 12:20 PM
हर साल 14 अप्रैल को देशभर में भारतीय संविधान के शिल्पकार और समाज सुधारक डॉ. भीमराव अंबेडकर की जयंती पूरे उत्साह से मनाई जाती है। इस बार यह विशेष दिन सोमवार को पड़ रहा है, जिससे लोगों को एक लॉन्ग वीकेंड का भी लाभ मिल रहा है। अंबेडकर जयंती को लेकर...
नेशनल डेस्क: हर साल 14 अप्रैल को देशभर में भारतीय संविधान के शिल्पकार और समाज सुधारक डॉ. भीमराव अंबेडकर की जयंती पूरे उत्साह से मनाई जाती है। इस बार यह विशेष दिन सोमवार को पड़ रहा है, जिससे लोगों को एक लॉन्ग वीकेंड का भी लाभ मिल रहा है। अंबेडकर जयंती को लेकर दिल्ली समेत कई राज्यों में सार्वजनिक अवकाश घोषित किया गया है, और इसका असर आम जनजीवन पर साफ़ दिखाई देगा।
दिल्ली में रहेगा पब्लिक हॉलिडे
दिल्ली के उपराज्यपाल वी.के. सक्सेना ने अंबेडकर जयंती के अवसर पर सभी सरकारी दफ्तरों, स्वायत्त निकायों और सार्वजनिक उपक्रमों में अवकाश की घोषणा की है। यानी राजधानी में सरकारी कामकाज सोमवार को पूरी तरह ठप रहेगा।
बैंकिंग सेवाओं पर असर
राजधानी दिल्ली सहित कई राज्यों में सभी सरकारी और निजी बैंक सोमवार को बंद रहेंगे। हालांकि, डिजिटल बैंकिंग सेवाएं जैसे कि एटीएम, इंटरनेट और मोबाइल बैंकिंग सुचारु रूप से चलती रहेंगी।
स्कूल-कॉलेज और शिक्षण संस्थान बंद
इस अवसर पर सभी शैक्षणिक संस्थान – सरकारी और निजी दोनों – बंद रहेंगे। छात्रों और शिक्षकों को भी अंबेडकर जयंती पर छुट्टी मिलेगी।
क्या प्राइवेट ऑफिस भी रहेंगे बंद?
दिल्ली में प्राइवेट ऑफिसों में छुट्टी का निर्णय कंपनी के मैनेजमेंट पर छोड़ा गया है। यानी कुछ ऑफिस खुले रह सकते हैं, जबकि कुछ बंद।
आवश्यक सेवाएं रहेंगी चालू
हालांकि राशन की दुकानें, जनरल स्टोर्स और अस्पताल जैसे जरूरी सेवाओं वाले संस्थान खुले रहेंगे। कुछ अस्पतालों में OPD सेवाएं बंद रह सकती हैं, इसलिए पहले से जानकारी लेना बेहतर होगा।
क्यों मनाई जाती है अंबेडकर जयंती?
14 अप्रैल 1891 को जन्मे डॉ. भीमराव अंबेडकर न सिर्फ भारत के संविधान निर्माता थे, बल्कि उन्होंने सामाजिक समानता, दलित अधिकारों, और शिक्षा के प्रसार के लिए जीवनभर संघर्ष किया। आज उनका जन्मदिन समानता, न्याय और शिक्षा के प्रतीक के रूप में मनाया जाता है।