Edited By Mahima,Updated: 26 Dec, 2024 11:06 AM
19 साल के सैम कोंस्टस ने बॉक्सिंग डे टेस्ट में डेब्यू करते हुए जसप्रीत बुमराह के तीन साल पुराने रिकॉर्ड को तोड़ा। कोंस्टस ने बुमराह के खिलाफ रिवर्स रैंप शॉट खेलकर दो चौके और एक छक्का लगाया। बुमराह को 4483 गेंदों और 1112 दिनों बाद टेस्ट क्रिकेट में...
नेशनल डेस्क: मेलबर्न में बॉक्सिंग डे टेस्ट मैच 26 दिसंबर से भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच शुरू हो चुका है। यह टेस्ट मैच खास है क्योंकि यह बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी 2024-25 का चौथा मैच है, जो दोनों टीमों के बीच पांच मैचों की सीरीज का हिस्सा है। इस मैच में ऑस्ट्रेलियाई टीम ने 19 साल के सैम कोंस्टस को डेब्यू का मौका दिया। कोंस्टस ने अपने पहले टेस्ट मैच में शानदार प्रदर्शन किया और जसप्रीत बुमराह का एक ऐसा रिकॉर्ड तोड़ा, जिसे तोड़ने की किसी ने कल्पना भी नहीं की थी।
बुमराह के खिलाफ रिकॉर्ड तोड़ने वाली पारी
सैम कोंस्टस ने अपनी डेब्यू पारी में भारतीय तेज गेंदबाज जसप्रीत बुमराह के खिलाफ साहसिक खेल का प्रदर्शन किया। इस युवा खिलाड़ी ने बुमराह के खिलाफ रिवर्स रैंप शॉट खेलकर दो चौके और एक छक्का लगाया। खास बात यह है कि यह बुमराह के खिलाफ छक्का खाने के बाद उनका 1112 दिन और 4483 गेंदों का लंबा समय था। इससे पहले 2021 में कैमरून ग्रीन ने बुमराह के खिलाफ छक्का मारा था, और तब से बुमराह के खिलाफ कोई और बल्लेबाज छक्का नहीं लगा सका था। कोंस्टस ने अपनी पारी के 23वें ओवर में बुमराह के खिलाफ यह शॉट खेला, जो कि दर्शकों के लिए रोमांचक था और उस समय पूरा स्टेडियम उत्साहित हो गया।
बुमराह की गेंदबाजी में चूक
सैम कोंस्टस ने अपनी डेब्यू पारी में बुमराह के खिलाफ निडर होकर शॉट्स खेले और बुमराह को कुछ अच्छे शॉट्स से परेशान किया। शुरुआती ओवरों में बुमराह ने कोंस्टस को अच्छी गेंदबाजी से परेशान किया, और कई बार कोंस्टस के बल्ले का किनारा भी लगा। हालांकि, कोंस्टस ने अपनी बैटिंग में आत्मविश्वास दिखाया और बुमराह की गेंदों को बाउंड्री के पार भेजा। कोंस्टस ने 7वें ओवर में बुमराह के खिलाफ लगातार दो चौके मारे, जिससे भारतीय गेंदबाजी पर दबाव बना। इस आक्रामक खेल से बुमराह के लिए यह स्थिति थोड़ी अप्रत्याशित थी, क्योंकि वह खुद एक शानदार तेज गेंदबाज के रूप में जाने जाते हैं।
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कमेंट्री में रिकी पोंटिंग की टिप्पणी
ऑस्ट्रेलिया के पूर्व कप्तान रिकी पोंटिंग, जो इस मैच में कमेंट्री कर रहे थे, ने मजाक करते हुए कहा, "शायद कोंस्टस ने तय कर लिया था कि बुमराह को रिवर्स शॉट्स से ही खेलना है।" पोंटिंग के इस मजाक ने मैच के रोमांच को और भी बढ़ा दिया, और दर्शकों को कोंस्टस की आक्रामकता पर ध्यान केंद्रित कर दिया। यह पूरी स्थिति पोंटिंग के द्वारा की गई हल्की-फुल्की टिप्पणी से एक मजेदार मोड़ ले चुकी थी।
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कोंस्टस की आक्रामक पारी
सैम कोंस्टस ने बुमराह के अलावा भारतीय गेंदबाजों पर भी लगातार आक्रामक शॉट्स खेले। शुरुआत में कोंस्टस को थोड़ी परेशानी हुई, क्योंकि बुमराह ने उन्हें जल्दी विकेट लेने के लिए परेशान किया था। लेकिन कोंस्टस ने अपनी बल्लेबाजी में साहस दिखाया और बुमराह को अपनी गेंदों पर चौके और छक्के मारे। कोंस्टस ने 19वें ओवर में रवींद्र जडेजा की गेंद पर एक शानदार शॉट मारा, लेकिन जडेजा ने 19वें ओवर की दूसरी गेंद पर कोंस्टस को फिरकी में फंसा लिया और आउट कर दिया। कोंस्टस ने अपनी डेब्यू पारी में 92.20 की स्ट्राइक रेट से 65 गेंदों पर 60 रन बनाए। इस पारी में उन्होंने 6 चौके और 2 छक्के लगाए, जिससे उनकी आक्रामक बल्लेबाजी के बारे में सबको स्पष्ट संकेत मिला कि वह आने वाले समय में एक बड़े खिलाड़ी साबित हो सकते हैं।
WHAT ARE WE SEEING!
Sam Konstas just whipped Jasprit Bumrah for six 😱#AUSvIND | #PlayOfTheDay | @nrmainsurance pic.twitter.com/ZuNdtCncLO
— cricket.com.au (@cricketcomau) December 26, 2024
जसप्रीत बुमराह के लिए यह एक बड़ा झटका
जसप्रीत बुमराह ने लंबे समय तक टेस्ट क्रिकेट में अपनी गेंदबाजी से एक जबरदस्त प्रतिष्ठा बनाई है। वह अपनी सटीक गेंदबाजी और कड़ी मेहनत के लिए जाने जाते हैं। लेकिन कोंस्टस के खिलाफ इस तरह से रिकॉर्ड टूटने ने बुमराह के लिए एक बड़ा झटका साबित किया। बुमराह के खिलाफ इतने लंबे समय बाद छक्का लगना उनके लिए चौंकाने वाली बात थी। यह निश्चित रूप से उनके लिए एक अप्रत्याशित घटना थी, खासकर एक युवा खिलाड़ी से ऐसा प्रदर्शन देखना।
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भारतीय गेंदबाजों के खिलाफ भी बड़े शॉट्स खेलने से नहीं डरते
सैम कोंस्टस का यह डेब्यू शानदार था। उन्होंने यह साबित कर दिया कि वह भारतीय गेंदबाजों के खिलाफ भी बड़े शॉट्स खेलने से नहीं डरते और आने वाले समय में वह ऑस्ट्रेलियाई टीम के अहम सदस्य बन सकते हैं। उनका यह आक्रामक खेल ऑस्ट्रेलियाई क्रिकेट के लिए एक उम्मीद का संकेत है। इस प्रदर्शन से यह भी स्पष्ट है कि ऑस्ट्रेलिया को भविष्य में एक शानदार ओपनर मिल चुका है जो टेस्ट क्रिकेट में किसी भी परिस्थिति में दबाव को झेलते हुए बेहतरीन प्रदर्शन कर सकता है।
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भविष्य में कोंस्टस की भूमिका
अब सभी की नजरें कोंस्टस पर होंगी, क्योंकि उन्होंने इस टेस्ट में अपना शानदार प्रदर्शन दिखा दिया है। यदि कोंस्टस इसी तरह अपनी बल्लेबाजी की रफ्तार और आत्मविश्वास बनाए रखते हैं, तो वह ऑस्ट्रेलियाई क्रिकेट का एक महत्वपूर्ण हिस्सा बन सकते हैं। भारतीय गेंदबाजों के खिलाफ इस तरह का प्रदर्शन उनके आत्मविश्वास को और मजबूत करेगा। इसके अलावा, कोंस्टस का यह डेब्यू ऑस्ट्रेलिया के लिए शुभ संकेत है, क्योंकि यह टीम में युवा और प्रभावशाली खिलाड़ी के आने का संकेत देता है। सैम कोंस्टस ने 19 साल की उम्र में अपनी डेब्यू पारी में जसप्रीत बुमराह का तीन साल पुराना रिकॉर्ड तोड़ते हुए उनकी गेंदबाजी को चुनौती दी। कोंस्टस ने बुमराह के खिलाफ रिवर्स रैंप शॉट से दो चौके और एक छक्का लगाया, जिससे भारतीय गेंदबाजों को परेशान किया। उनका यह प्रदर्शन निश्चित रूप से ऑस्ट्रेलियाई क्रिकेट के भविष्य के लिए एक अच्छा संकेत है और वह आने वाले समय में और भी बड़े रिकॉर्ड बना सकते हैं।