Edited By Radhika,Updated: 15 Jan, 2025 12:21 PM
आज जब दुनिया ऊर्जा, स्थिरता और नवाचार जैसे महत्वपूर्ण मुद्दों से जूझ रही है, युवा मस्तिष्क इन समस्याओं का समाधान ढूंढने के लिए सामने आ रहे हैं। विज्ञान प्रतियोगिताएं इन होनहार प्रतिभाओं को मंच प्रदान करती हैं, जहां वे अपने विचारों को प्रदर्शित कर...
छत्तीसगढ़. आज जब दुनिया ऊर्जा, स्थिरता और नवाचार जैसे महत्वपूर्ण मुद्दों से जूझ रही है, युवा मस्तिष्क इन समस्याओं का समाधान ढूंढने के लिए सामने आ रहे हैं। विज्ञान प्रतियोगिताएं इन होनहार प्रतिभाओं को मंच प्रदान करती हैं, जहां वे अपने विचारों को प्रदर्शित कर सकते हैं और दुनिया को बेहतर बनाने में योगदान दे सकते हैं।
पिथौरा, जिला महासमुंद स्थित रामदर्शन पब्लिक स्कूल की दो मेधावी छात्राएं, प्रीति पटेल और रोशनी चौधरी, ऐसी ही प्रतिभाओं का उदाहरण बनकर उभरी हैं। उनकी परियोजना, “सेल्फ-चार्जिंग वाहन बैटरी प्रणाली,” ने राज्य स्तरीय विज्ञान प्रतियोगिता में “ग्रुप मॉडल” श्रेणी में तीसरा स्थान हासिल किया। यह प्रतियोगिता रायपुर के साइंस कॉलेज ग्राउंड में आयोजित राज्य युवा महोत्सव के दौरान हुई। इस उपलब्धि के साथ, प्रीति और रोशनी अब राष्ट्रीय स्तर की विज्ञान प्रतियोगिता में छत्तीसगढ़ का प्रतिनिधित्व करेंगी।
तीन दिवसीय राज्य युवा महोत्सव का उद्घाटन मुख्यमंत्री विष्णु देव साय द्वारा किया गया था, जिसमें राज्यभर के प्रतिभाशाली छात्रों ने अपनी परियोजनाओं का प्रदर्शन किया। इन परियोजनाओं में, प्रीति और रोशनी का मॉडल विशेष रूप से ऊर्जा प्रणालियों में क्रांति लाने की क्षमता के लिए सराहा गया। यह परियोजना वाहन की गति का उपयोग करके उसकी बैटरी को स्वचालित रूप से रिचार्ज करती है, जिससे बाहरी चार्जिंग की आवश्यकता समाप्त हो जाती है ना ही ईंधन की आवश्यकता है !
स्कूल की चेयरमैन कविता अग्रवाल ने इस सफलता पर अपनी खुशी जाहिर करते हुए कहा, “प्रीति और रोशनी ने यह साबित कर दिया है कि दृढ़ संकल्प और रचनात्मकता से क्या कुछ हासिल किया जा सकता है। उनकी यह उपलब्धि हमारे स्कूल के लिए गर्व का क्षण है और अन्य छात्रों के लिए प्रेरणा का स्रोत है।”
स्कूल के सचिव शुभ अग्रवाल ने कहा, “उनकी उपलब्धि हमारे स्कूल में नवाचार की भावना को दर्शाती है। हमें पूरा विश्वास है कि वे राष्ट्रीय स्तर पर भी अपनी छाप छोड़ेंगी।”
छात्राओं ने अपनी सफलता का श्रेय विज्ञान शिक्षक रामकांत ध्रुवंशी एवं संस्कार शिक्षण संस्थान के संचालक गौरव चंद्राकर को दिया, जिन्होंने पूरे समय उनका मार्गदर्शन किया। रोशनी चौधरी ने कहा, “उनकी सलाह ने हमारे विचारों को निखारने और हमारी परियोजना को मजबूत बनाने में मदद की।”
प्रीति पटेल, जो राजाडेरा, पिथौरा के पुरूषोत्तम पटेल की बेटी हैं, और रोशनी चौधरी, जम्हार, पिथौरा के गोपाल चौधरी की बेटी हैं, दोनों ही किसान परिवारों से आती हैं। उनकी कहानी यह साबित करती है कि नवाचार और प्रतिभा किसी भी परिस्थिति में फल-फूल सकती है, बशर्ते उन्हें सही अवसर मिले।
राज्य स्तरीय कार्यक्रम के समापन समारोह में राज्यपाल रमन डेका, उप मुख्यमंत्री अरुण साव, और खेल मंत्री टैंक राम वर्मा जैसे गणमान्य व्यक्तियों ने प्रतिभागियों को उनके प्रयासों के लिए बधाई दी और उन्हें नवाचार के इस सफर को जारी रखने के लिए प्रोत्साहित किया।
जैसे ही प्रीति और रोशनी राष्ट्रीय प्रतियोगिता की तैयारी कर रही हैं, उनकी यात्रा यह साबित करती है कि शिक्षा और दृढ़ निश्चय के माध्यम से असंभव को भी संभव बनाया जा सकता है। रामदर्शन पब्लिक स्कूल का पूरा समुदाय उनके साथ खड़ा है और उनकी सफलता के लिए शुभकामनाएं दे रहा है।