Edited By Ashutosh Chaubey,Updated: 16 Mar, 2025 08:20 PM

मार्च का महीना देशभर में उत्सवों और उमंगों का महीना होता है। इस महीने में जहां एक तरफ होली जैसे रंगीन त्यौहार मनाए जाते हैं, वहीं दूसरी तरफ ईद जैसे धार्मिक पर्व भी आते हैं, जो खुशियों और भाईचारे का प्रतीक होते हैं।
नेशनल डेस्क: मार्च का महीना देशभर में उत्सवों और उमंगों का महीना होता है। इस महीने में जहां एक तरफ होली जैसे रंगीन त्यौहार मनाए जाते हैं, वहीं दूसरी तरफ ईद जैसे धार्मिक पर्व भी आते हैं, जो खुशियों और भाईचारे का प्रतीक होते हैं। इस बार, मार्च के महीने में एक और खुशखबरी है जो खासकर उत्तर प्रदेश (यूपी) के लोगों के लिए है। 31 मार्च को ईद-उल-फितर के मौके पर यूपी सरकार ने दो दिन का सार्वजनिक अवकाश घोषित कर दिया है। इस दौरान स्कूल, कॉलेज और सरकारी दफ्तर बंद रहेंगे। आइए जानते हैं इस छुट्टी का क्या महत्व है और क्यों यह खास है।
कौन से दिन होंगे अवकाश?
इस बार मार्च के अंत में लगातार दो दिन की छुट्टी मिलने वाली है। 30 और 31 मार्च को सार्वजनिक अवकाश रहेगा। 30 मार्च को शुक्रवार है और 31 मार्च को ईद-उल-फितर मनाई जाएगी। इस दौरान सभी सरकारी दफ्तरों, बैंकों और स्कूलों में छुट्टी रहेगी। इस अवसर का फायदा लोग अपने परिवार के साथ समय बिताने या फिर छुट्टी के दौरान यात्रा करने के लिए उठा सकते हैं।
क्यों मनाई जाती है ईद-उल-फितर?
ईद-उल-फितर इस्लामिक कैलेंडर का एक प्रमुख और पवित्र त्योहार है। यह रमजान के महीने के समाप्त होने के बाद मनाया जाता है। रमजान के दौरान मुसलमानों को दिनभर उपवास रखने होते हैं, जो उनके लिए एक कठिन लेकिन पवित्र साधना होती है। ईद के दिन, यह उपवास समाप्त होता है और पूरे समुदाय में खुशी का माहौल बनता है। इस दिन लोग अल्लाह का आभार व्यक्त करते हैं, एक-दूसरे से मिलते हैं, मिठाइयां बांटते हैं और समाज में शांति और भाईचारे का संदेश फैलाते हैं। ईद-उल-फितर का आयोजन सामाजिक और धार्मिक दोनों दृष्टिकोण से महत्वपूर्ण है। यह दिन सिर्फ उपवास को समाप्त करने का दिन नहीं होता, बल्कि यह एक दूसरे के साथ रिश्तों को मजबूत करने, दीन-धर्म के बारे में जागरूकता फैलाने और सामूहिक रूप से खुशियां मनाने का अवसर होता है।
शहरों और गांवों में तैयारी जोरों पर
ईद-उल-फितर के त्योहार की तैयारियां पूरे देश में जोरों पर हैं। उत्तर प्रदेश में भी, खासकर लखनऊ, इलाहाबाद, आगरा और अन्य प्रमुख शहरों में बाजार सजने लगे हैं। लोग ईद की नमाज अदा करने के लिए मस्जिदों में जाते हैं, और उसके बाद अपने परिवार और दोस्तों से मिलकर इस खास दिन को और भी खास बनाते हैं। साथ ही, मिठाइयां, खाने-पीने की चीज़ें, और ईदी देने की परंपरा भी लोगों के बीच आनंद का माहौल बनाती है। विशेषकर बच्चों के लिए यह दिन काफी खुशी लेकर आता है, क्योंकि वे अपने बड़ों से ईदी प्राप्त करते हैं और नए कपड़े पहनते हैं।