Edited By Parveen Kumar,Updated: 23 Dec, 2024 05:28 PM
राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग (एनएचआरसी) ने सोमवार को बताया कि तमिलनाडु के तिरुचि में हाईटेंशन ओवरहेड बिजली लाइन की मरम्मत करते समय बिजली का करंट लगने से दो मजदूरों की मौत संबंधी मीडिया रिर्पोट पर संज्ञान लेते हुए उसने राज्य सरकार एवं पुलिस प्रमुख को...
नेशनल डेस्क : राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग (एनएचआरसी) ने सोमवार को बताया कि तमिलनाडु के तिरुचि में हाईटेंशन ओवरहेड बिजली लाइन की मरम्मत करते समय बिजली का करंट लगने से दो मजदूरों की मौत संबंधी मीडिया रिर्पोट पर संज्ञान लेते हुए उसने राज्य सरकार एवं पुलिस प्रमुख को नोटिस जारी किया है। आयोग ने बताया कि खबरों के मुताबिक दोनों मजदूर तमिलनाडु उत्पादन एवं वितरण निगम में बतौर संविदा कर्मी कार्य कर रहे थे। राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग ने एक बयान में कहा कि उसने यह भी पाया है कि राज्य में पहले भी ऐसी घटनाएं हो चुकी हैं।
यह मानवाधिकार का गंभीर उल्लंघन है और मानवाधिकार आयोग के लिए यह चिंता का विषय है। एनएचआरसी ने कहा कि ‘‘उसने मीडिया में आई उस खबर का स्वत: संज्ञान लिया है कि तमिलनाडु उत्पादन और वितरण निगम (टैंगेडको) के साथ ठेका मजदूर के रूप में काम करने वाले दो व्यक्तियों की 18 दिसंबर, 2024 को तमिलनाडु के तिरुचि के के.के. नगर में ओलैयूर रिंग रोड के पास एक हाईटेंशन ओवरहेड बिजली लाइन की मरम्मत करते समय बिजली का झटका लगने से मौत हो गई।''
आयोग ने कहा कि अगर मीडिया में आई खबर सही है तो इससे बिजली विभाग की ओर से ‘‘घोर लापरवाही'' का पता चलता है, जिसके परिणामस्वरूप दो मजदूरों की मौत हो गई। इसने तमिलनाडु के मुख्य सचिव और पुलिस महानिदेशक को नोटिस जारी कर दो सप्ताह के भीतर विस्तृत रिपोर्ट मांगी है। एनएचआरसी ने कहा, ‘‘उम्मीद है कि इसमें मामले में दर्ज प्राथमिकी की स्थिति और दोनों पीड़ितों के परिजनों को दिए गए मुआवजे (अगर कोई हो) की जानकारी शामिल होगी। आयोग यह भी जानना चाहेगा कि राज्य सरकार और टैंगेडको ने ऐसी घटनाओं की पुनरावृत्ति न हो, यह सुनिश्चित करने के लिए क्या कदम उठाए हैं या इस बारे में उसके प्रस्तावित कदम क्या हैं।'' मीडिया में आई खबरों के अनुसार, प्रारंभिक जांच में पता चला कि मरम्मत कार्य के दौरान केबल की बिजली आपूर्ति ‘‘पूरी तरह से बंद नहीं की गई थी''।
आयोग के बयान में खबर के हवाले से कहा गया है कि कर्मचारी बिना किसी सुरक्षा उपकरण के काम कर रहे थे। इसी तरह की एक घटना में पिछले साल तमिलनाडु के तुत्तुक्कुड़ी जिले में एक ट्रांसफॉर्मर की मरम्मत करते समय एक मजदूर की करंट लगने से मौत हो गई थी। बयान में कहा गया है कि पिछले महीने चक्रवात ‘फेंगल' के दौरान एक प्रवासी मजदूर की कथित तौर पर करंट लगने से मौत हो गई थी और उसका शव मुथियालपेट में एक एटीएम के पास मिला था।