Edited By Utsav Singh,Updated: 11 Nov, 2024 05:22 PM
राजस्थान पुलिस उप निरीक्षक (एसआई) भर्ती परीक्षा-2021 को रद्द करने की मांग को लेकर दो युवक यहां एक पानी की टंकी पर चढ़ गए। पुलिस ने बताया कि लादूराम चौधरी (35) और विकास बिधूड़ी (34) रविवार दोपहर को हिम्मत नगर इलाके में एक ओवरहेड पानी की टंकी की सीढ़ी...
नेशनल डेस्क : राजस्थान पुलिस उप निरीक्षक (एसआई) भर्ती परीक्षा-2021 को रद्द करने की मांग को लेकर दो युवक यहां एक पानी की टंकी पर चढ़ गए। पुलिस ने बताया कि लादूराम चौधरी (35) और विकास बिधूड़ी (34) रविवार दोपहर को हिम्मत नगर इलाके में एक ओवरहेड पानी की टंकी की सीढ़ी से चढ़ गए थे और अंतिम जानकारी मिलने तक उन्होंने नीचे उतरने से इनकार कर दिया है। बजाज नगर की थानाधिकारी ममता मीणा ने कहा, ‘‘दोनों ने पानी की टंकी से नीचे उतरने से इनकार कर दिया है। उन्हें मनाने के प्रयास जारी हैं। वे उप निरीक्षक भर्ती परीक्षा रद्द करने की मांग कर रहे हैं।''
टंकी पर लगाया समस्याओं का बैनर
उन्होंने कहा कि लादूराम ने उप निरीक्षक परीक्षा 2021 दी थी। युवाओं ने अपनी समस्याओं पर ध्यान आकर्षित करने के लिए टंकी पर एक बैनर लगाया है। उल्लेखनीय है कि राज्य सरकार ने यह परीक्षा रद्द करने या न करने का फैसला करने के लिए एक अक्टूबर को छह मंत्रियों की एक कैबिनेट समिति बनाई थी। परीक्षा में 800 से अधिक अभ्यर्थी चयनित हुए थे और पुलिस अकादमियों में प्रशिक्षण ले रहे थे। लेकिन प्रश्नपत्र लीक का मामला सामने आने के बाद इनमें से 50 प्रशिक्षु एसआई को गिरफ्तार किया गया है।
SOG कर रही मामले की जांच
मामले की जांच राजस्थान पुलिस के विशेष अभियान समूह (एसओजी) द्वारा की जा रही है। संसदीय कार्य मंत्री जोगाराम पटेल को एसआई भर्ती परीक्षा-2021 की समीक्षा के लिए गठित छह सदस्यीय कैबिनेट समिति का संयोजक बनाया गया है। चिकित्सा एवं स्वास्थ्य मंत्री गजेंद्र सिंह खींवसर, खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति मंत्री सुमित गोदारा, जनजाति क्षेत्रीय विकास मंत्री बाबूलाल खराड़ी, गृह राज्य मंत्री जवाहर सिंह बेढम और सार्वजनिक निर्माण राज्य मंत्री मंजू बाघमार समिति के सदस्य हैं।
राजस्थान पुलिस उप निरीक्षक (एसआई) भर्ती परीक्षा-2021 को रद्द करने की मांग को लेकर पानी की टंकी पर चढ़े दो युवकों की स्थिति को लेकर पुलिस ने ऐतिहातन कदम उठाए हैं। हिम्मत नगर इलाके में इस प्रदर्शन के दौरान चारों ओर जाली लगाकर सुरक्षा बढ़ाई गई है, ताकि युवकों को किसी प्रकार की कोई गंभीर चोट न पहुंचे।
युवकों का आरोप और पुलिस का बयान
दोनों युवकों, लादूराम चौधरी और विकास बिधूड़ी, ने आरोप लगाया है कि पुलिस ने उनके समर्थन में खड़े कुछ साथियों को हिरासत में ले लिया है। हालांकि, पुलिस अधिकारियों ने इस आरोप से इनकार किया और कहा कि स्थिति को नियंत्रण में रखने के लिए सामान्य सुरक्षा उपाय किए गए हैं। पुलिस की यह कोशिश है कि किसी भी तरह की अप्रिय घटना से बचा जा सके और दोनों युवकों से शांतिपूर्वक बातचीत की जाए ताकि वे टंकी से उतर सकें।
सोशल मीडिया पर प्रदर्शन का समर्थन
इस बीच, सोशल मीडिया पर इन युवकों के इस तरह से प्रदर्शन करने का समर्थन किया जा रहा है। "परीक्षा रद्द करो" के नारे के साथ यह मुद्दा सोशल मीडिया पर ट्रेंड कर रहा है, और कई लोग इन युवकों के समर्थन में आवाज उठा रहे हैं। कई सोशल मीडिया यूज़र्स ने राजस्थान सरकार से मांग की है कि वह इस परीक्षा को रद्द करने पर विचार करे, खासकर उस वक्त जब प्रश्नपत्र लीक का मामला सामने आ चुका है और इससे प्रभावित उम्मीदवारों को न्याय मिलना चाहिए।