Edited By Parminder Kaur,Updated: 09 Mar, 2025 03:59 PM

मध्यप्रदेश सरकार जबरन धर्म परिवर्तन करने वालों के खिलाफ फांसी की सजा का कानून लाने की तैयारी कर रही है, जबकि राजस्थान के बांसवाड़ा जिले के एक गांव के लोग ईसाई धर्म से हिंदू धर्म में लौटने का ऐतिहासिक कदम उठा रहे हैं। यह गांव गांगड़तलाई पंचायत समिति...
नेशनल डेस्क. मध्यप्रदेश सरकार जबरन धर्म परिवर्तन करने वालों के खिलाफ फांसी की सजा का कानून लाने की तैयारी कर रही है, जबकि राजस्थान के बांसवाड़ा जिले के एक गांव के लोग ईसाई धर्म से हिंदू धर्म में लौटने का ऐतिहासिक कदम उठा रहे हैं। यह गांव गांगड़तलाई पंचायत समिति के अंतर्गत आता है और गांव का नाम सुडलादूधा है। आइए जानते हैं इसके बारे में...
125 साल बाद हिंदू धर्म में वापसी
राजस्थान के बांसवाड़ा जिले के सुडलादूधा गांव में कुछ दिनों पहले एक चर्च था, जिसे अब मंदिर में बदल दिया गया है। मंदिर की दीवारों पर अब 'जय श्रीराम' और 'जय भैरव' लिखे हुए हैं। यह चर्च अब एक मंदिर के रूप में फिर से खोला गया है। गांव के लोगों ने यह निर्णय प्रयागराज में आयोजित महाकुंभ से प्रेरित होकर लिया है।
गांव के निवासी और चर्च में पादरी का काम करने वाले गौतम गरासिया ने बताया कि हिंदू धर्म में वापसी से उन्हें बहुत खुशी मिली है। इस गांव के लोग 125 साल पहले ईसाई धर्म को अपना चुके थे और अब वे फिर से हिंदू धर्म में लौट रहे हैं। इस गांव के लोग अपने 125 साल पुराने चर्च को अब मंदिर के रूप में बदल रहे हैं।
महाकुंभ के प्रभाव से हुई धर्म परिवर्तन की प्रेरणा
गौतम गरासिया ने बताया कि पहले ईसाई मिशनरियों के प्रलोभन से गांव के लोगों ने ईसाई धर्म अपनाया था, लेकिन अब प्रयागराज के महाकुंभ से प्रेरित होकर उनके मन में सनातन धर्म के प्रति विश्वास जागृत हुआ है। अब इस गांव के करीब 200 परिवार हिंदू धर्म अपना रहे हैं।
गौतम ने यह भी कहा कि इस कदम से आसपास के गांवों के लोग भी प्रेरित हो सकते हैं और वे भी हिंदू धर्म की ओर लौट सकते हैं। फिलहाल, गांव में चर्च को मंदिर में बदलकर इसका उद्घाटन किया गया है।