Edited By Utsav Singh,Updated: 23 Oct, 2024 04:40 PM
महाराष्ट्र के ठाणे जिले के भिवंडी कस्बे से एक बेहद हैरान कर देने वली घटना सामने आई है। जहां एक 12 साल की नाबालिग स्कूली छात्रा के साथ छेड़छाड़ की घटना सामने आई है। वहीं अब छात्रा की शिकायत पर पुलिस ने आरोपी के खिलाफ भारतीय न्याय संहिता और पॉक्सो...
महाराष्ट्र : महाराष्ट्र के ठाणे जिले के भिवंडी कस्बे से एक बेहद हैरान कर देने वली घटना सामने आई है। जहां एक 12 साल की नाबालिग स्कूली छात्रा के साथ छेड़छाड़ की घटना सामने आई है। वहीं अब छात्रा की शिकायत पर पुलिस ने आरोपी के खिलाफ भारतीय न्याय संहिता और पॉक्सो एक्ट के तहत मामला दर्ज किया है। आपको बता दें कि आरोपी की पहचान सफीउल्लाह मतिउल्लाह अंसारी (22) के रूप में हुई है। उसके खिलाफ मामला मंगलवार को शांतिनगर पुलिस स्टेशन में दर्ज किया गया। बताया गया कि 19 अक्टूबर को आरोपी ने पहली बार पीड़िता को उसके स्कूल के खेल के मैदान में परेशान किया और उसे गलत तरीके से छुआ।
यह भी पढ़ें- Diwali Gift: CM योगी ने सरकारी कर्मचारियों को दिया बड़ा तोहफा, दिवाली से पहले मिलेगा बोनस
दरअसल, जब पीड़िता अपनी मौसी के साथ परीक्षा के बाद स्कूल से घर लौट रही थी, तो आरोपी ने उनका पीछा किया और छेड़छाड़ की। जब पीड़िता की मौसी ने आरोपी के व्यवहार पर आपत्ति जताई, तो उसने उनके साथ भी दुर्व्यवहार किया और जान से मारने की धमकी दी। पुलिस ने बताया कि पीड़िता और उसके परिवार के सदस्यों की शिकायत के आधार पर भारतीय न्याय संहिता (बीएनएस) की धाराओं के तहत मामला दर्ज किया गया है, जिसमें कई धाराएं शामिल हैं:
- 126(2) (गलत तरीके से रोकना)
- 74 (महिला की गरिमा को ठेस पहुंचाना)
- 78 (पीछा करना)
- 351 (आपराधिक धमकी)
- पॉक्सो अधिनियम
पुलिस मामले की जांच कर रही है और आरोपी की तलाश में दबिश दे रही है।
यह भी पढ़ें- Mirzapur News: पकड़ा गया हाइटेक गैंग, फ्लाइट से चोरी करने जाते थे मुंबई... तरीका देख पुलिस के उड़े होश
बढ़ती घटनाएं
ठाणे जिले में बच्चियों के साथ छेड़छाड़ और यौन उत्पीड़न की घटनाएं लगातार बढ़ रही हैं। हाल ही में अगस्त में बदलापुर के एक स्कूल में दो बच्चियों के साथ यौन उत्पीड़न की घटना भी सामने आई थी, जिसके खिलाफ लोगों ने विरोध प्रदर्शन किया और बाद में आरोपी को गिरफ्तार किया गया। यह घटना एक बार फिर से समाज में बढ़ती असुरक्षा की ओर इशारा करती है, और इसके खिलाफ सख्त कार्रवाई की आवश्यकता है। पुलिस और प्रशासन को ऐसे मामलों में सख्त कदम उठाने की जरूरत है ताकि बच्चों को सुरक्षित वातावरण मिल सके।